Blood purification to increase lifespan : क्या, कोई कोई मनुष्य अमर हो सकता है। आपने कभी ऐसा सुना है क्या, शायद नहीं, लेकिन लोग लंबी उम्र (long life) और अमरता प्राप्त करने के लिए कई तरीके और टोटके अपनाते हैं। साइंस (Science) का भी सहारा लेते हैं, लेकिन उसका परिणाम कुछ नहीं निकलता। जीवन में दो ही सत्य हैं, जन्म और मृत्यु। अगर किसी ने जन्म लिया है, तो उसकी मृत्यु भी निश्चित है। यह सब जानते हुई भी लोग अमर होने के प्रयास में लगे रहते हैं। हम जिस मामले की बात कर रहे हैं, वह चीन का है। यहां एक अजीब ट्रेंड (Trend) चल रहा है। यहां लोग अपना रक्त शुद्धिकरण (Blood Purification) करवा रहे हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स ने इसे खतरनाक बताया है।
चीन में चल रहा अजीबोगरीब ट्रेंड
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चीन में इन दिनों ब्लड प्यूरिफिकेशन (blood purification to increase lifespan) के रूप में एक अजीबोगरीब ट्रेंड चल रहा है। यह प्रक्रिया किडनी की डायलिसिस की तरह ही है। इस पर वहां के ब्यूटी सैलून संचालकों का दावा यह है कि ऐसा करने से इंसान की उम्र 20 साल तक बढ़ जाएगी। अब इस बात में कितना दम है, यह तो ऊपर वाला ही जाने, लेकिन इसने स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताएं बढ़ा दी हैं।
सोशल मीडिया पर हो रहा प्रचार
हद इस बात की है कि चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसका जोर-शोर से प्रचार भी हो रहा है। वहां की सोशल मीडिया पर ‘ब्लड प्यूरीफिकेशन ’ और ‘ओजोन थेरैपी ’ के नाम से इसका प्रचार किया जा रहा है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इससे मेटाबॉलिज्म के साथ ही इम्यूनिटी भी बूस्ट होगी। इतना ही नहीं आपकी बॉडी भी डिटॉक्स हो जाएगी।
रक्त के बदलते रंग को माना जा रहा बेहतर स्वास्थ्य का संकेत
इस ट्रीटमेंट को लेकर ऐसे भी दावे किए जा रहे हैं, कि इससे उम्र 20 साल बढ़ जाएगी। जाहिर है, इस दावे ने पैसे वालों लोगों में होड़ मचा दी है। सभी अपनी उम्र बढ़ाने में जुट गए हैं। कई न्यूज साइट ने यूजर्स के हवाले से बताया कि सबसे पहले सिरिंज से ब्लड निकालते हैं। इसके बाद ओजोन के साथ इन्फ्यूज करके दोबारा शरीर में इंजेक्ट कर देते हैं। इस प्रक्रिया से रक्त का रंग चमकदार लाल हो जाता है, जिसे बेहतर स्वास्थ्य का संकेत समझा जा रहा है। कई यूजर्स ने अपने अनुभव भी शेयर किए हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट ने जताई चिंता
इस ट्रेंड और प्रक्रिया को लेकर चीनी हेल्थ एक्सपर्ट्स ने चिंता जताई है। चाइनीज एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के वीपी लुआन जी कहते हैं कि इसकी सेफ्टी का कोई पैमाना नहीं है। यही नहीं इस रक्त शुद्धिकरण से उम्र बढ़ ही जाएगी, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण भी नहीं है।