कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद (Murshidabad) में नए वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। कुछ उग्र प्रदर्शनकारियों ने निमटीटा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पर पथराव किया, जिससे उस क्षेत्र में रेल सेवाएं बाधित हो गईं। इस नए कानून के विरोध में शुक्रवार (11 अप्रैल 2025) को जुमे की नमाज के तुरंत बाद सुती में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 को जाम कर दिया। जब पुलिस के जवान उन्हें एनएच से हटाने गए, तो कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।
लाठीचार्ज किया गया
इस घटना के कारण एनएच घंटों जाम रहा, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने भी सख्ती दिखाई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के बीएसएफ डीआईजी पीआरओ निलोप्तल कुमार पांडे ने कहा, “आज मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में भीड़ जमा हो गई। अचानक भीड़ अनियंत्रित हो गई, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद बीएसएफ की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई। सामान्य स्थिति बहाल करने में प्रशासन की मदद के लिए जवानों (बीएसएफ) को तैनात किया गया है।
खतरे में नहीं डाला जा सकता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बंगाल में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन की निंदा की। उन्होंने कहा, “मुझे रिपोर्ट मिली है कि बंगाल में कुछ लोगों ने कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में ले लिया। लोकतंत्र में विरोध का स्वागत है, लेकिन हिंसा का नहीं। सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ा नहीं जा सकता और विरोध के नाम पर लोगों की जान को खतरे में नहीं डाला जा सकता। उपद्रवियों के खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी।पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) दीप्तिमय दत्ता ने भी ट्रेनों के बाधित होने की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा, “अजीमगंज-न्यू फरक्का सेक्शन में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं, क्योंकि धूलियान गंगा और निमतिता स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर लोगों का एक समूह बैठा हुआ था। उन्होंने गेट नंबर 43 को भी नुकसान पहुंचाया।
रोक दिया गया
दो ट्रेनें रद्द कर दी गईं और दो को बीच में ही रोक दिया गया। करीब पांच ट्रेनों का मार्ग बदला गया। पश्चिम बंगाल भाजपा ने आरोप लगाया, “बंगाल संकट के कगार पर है और इसके लिए ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं। शुक्रवार की नमाज के बाद उग्र मुस्लिम भीड़ मंदिरों में तोड़फोड़ कर रही है और धुलियान, मालंचा फरक्का, मालदा में हिंदुओं के घरों में आग लगा रही है। यह सब वक्फ संशोधन विधेयक के कारण हो रहा है, जिसे ज्यादातर लोगों ने पढ़ा भी नहीं है।
ये भी पढ़ें: प्रशांत किशोर ने किस की पिटाई की कर दी बात, क्या विधानसभा चुनाव में होने वाला बवाल!










