भारतीय टीम के टेलेंटेड विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने वेस्टइंडीज दौरे पर शानदार प्रदर्शन करते हुए आगामी वनडे विश्व कप के लिए प्रबल दावेदार के रूप में अपनी जगह पक्की कर ली है। ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी से भारतीय टीम को विकेटकीपर-बल्लेबाज को लेकर दुविधा का सामना करना पड़ रहा था. हालाँकि, ईशान किशन के हालिया प्रदर्शन ने इस समस्या को कम कर दिया है, जिससे वह बैकअप ओपनर और विकेटकीपर के रूप में एक शानदार विकल्प के रूप में उभरे है।
केएल राहुल पूरी तरह से फिट नहीं हैं और श्रेयस अय्यर की फिटनेस स्थिति पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता, जिससे मिडिल ऑर्डर में ईशान किशन का महत्व और बढ़ गया है। उन्होंने वेस्ट इंडीज दौरे के दौरान मिले मौको का भरपूर फायदा उठाया और लगातार तीन अर्धशतकीय पारियां दर्ज कीं – एक टेस्ट में और दो वनडे में।
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वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही वनडे सीरीज में, किशन ने बल्ले ने खूब धूम मचाई और उन्होंने ओपनिंग करते हुए दो मैचों में 52 और 55 रन की शानदार पारियां खेलीं। उनके लगातार रन बनाने और विकेट के पीछे योगदान के कारण चयनकर्ताओं का ध्यान उन पर है।
पिछले साल ईशान किशन का प्रदर्शन भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों में सबसे अलग रहा। उन्होंने छह अर्धशतकों के साथ 584 रन बनाए हैं, जिससे वह इस सूची में टॉप प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। श्रेयस अय्यर 58.11 की बेहतरीन औसत से 523 रन बनाकर दूसरे स्थान पर हैं। प्रबल दावेदार माने जा रहे केएल राहुल ने 39.11 की औसत से 352 रन बनाये हैं. दुर्भाग्य से, सूर्यकुमार यादव निराशाजनक प्रदर्शन से जूझ रहे हैं, उन्होंने 12.44 की औसत से केवल 112 रन बनाए हैं।
ऐसे निरंतर और अच्छे प्रदर्शन के साथ, ईशान किशन ने न केवल भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है, बल्कि आगामी वनडे विश्व कप में विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका के लिए भी मजबूत दावेदार बन गए हैं। बैटिंग ऑर्डर में अलग-अलग परिस्थितियों के अनुकूल ढलने की उनकी क्षमता उन्हें टीम इंडिया के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेयर बनाती है।