नई दिल्ली- सीधी पेशाब कांड के बाद एमपी की सियासत और गरमा गई है। इस बीच आदिवासियों से जुड़ी कई और घटनाएं भी सामने आ रही जिस पर सियासत भी जमकर हो रही है। इस बीच पी पी एस चीफ कमलनाथ ने कांग्रेस के आदिवासी विधायकों के साथ राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। जिसमें करीब 20 से 22 विधायकों के साइन थे।
कमलनाथ ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के करीब 22 आदिवासी विधायकों के साथ राज्यपाल को ज्ञापन दिया है। जिसमें प्रदेश में आदिवासियों और दलितों पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने की मांग करते हुए उचित कार्यवाही की बात कही है। इससे पहले कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह आदिवासी विधायक कांतिलाल भूरिया उमंग सिंगार बाला बच्चन और अशोक मर्सकोले के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर पूरे मामले में उनसे उचित कार्यवाही की मांग की थी
कमलनाथ ने ज्ञापन सौंपने के बाद कहा कि हमने आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन दिया है लेकिन जिस तरह से सीधी की घटना ने प्रदेश को शर्मसार किया है उसी तरह अन्य कई घटनाएं भी आदिवासी वर्ग के खिलाफ आई ऐसे में राज्यपाल को आदिवासी वर्ग के हितों की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि राज्यपाल खुद आदिवासी वर्ग से आते हैं। इसलिए हम ने मांग की है। कि आगे आकर आदिवासियों की रक्षा के लिए कदम उठाएं उनसे खुद पूरे मामले की जांच करवाने की मांग की है।
बता दें कि सीधी इंदौर और सागर की घटनाओं के बाद कांग्रेस लगातार शिवसेना सरकार पर हमलावर है। वहीं अब कमलनाथ के साथ कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में एक ज्ञापन पत्र भी सौंपा है। जिसमें आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है।