नई दिल्ली- एक तरफ मुंबई में विपक्ष की इंडिया बैठक चल रही थी। तो दूसरी तरफ मोदी सरकार ने एक देश एक चुनाव का नारा उछाल दिया। मतलब की एक साथ पूरे देश में चुनाव कराने के लिए केंद्र सरकार ने एक समिति का गठन किया है। जिसमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इसका अध्यक्ष बनाया है। जैसे ही इसकी चर्चा तेज हुई और विपक्ष के कानों में इसकी आवाज पहुंची। सियासत तेज हो गई। लगातार विपक्ष अलग-अलग तरीके से तीखे बयान दे रहा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे लेकर बीजेपी को चुनौती दी है। आईए जानते हैं अखिलेश यादव ने क्या कहा
अखिलेश यादव ने बैठक के बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि मैं बीजेपी को एक सलाह दे रहा हूं। हर बड़े काम को करने से पहले एक प्रयोग किया जाता है।
इसी बात के आधार पर हम यह सलाह दे रहे हैं। कि एक देश एक चुनाव करवाने से पहले भाजपा सरकार इस बार लोकसभा के साथ-साथ देश के सबसे अधिक लोकसभा व विधानसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश के लोकसभा विधानसभा चुनाव के साथ करके देख ले। इससे एक तरफ चुनाव आयोग की क्षमता का भी परिणाम सामने आ जाएग और जनमत का भी साथ ही भाजपा को यह भी पता चल जाएगा की जनता किस तरह भाजपा के खिलाफ आकर्षित है। और उनको सत्ता से हटाने के लिए कितनी उतावली है।
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आगे अखिलेश यादव ने एक देश एक चुनाव को लेकर तंज कसते हुए नजर आए है। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ खुलकर इसके पक्ष में आए उन्होंने एक देश एक चुनाव को एक अभियान पहला करार दिया। और इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को हृदय से धन्यवाद भी दिया है। इससे पहले कांग्रेस जनता दल यूनाइटेड और इंडिया की दूसरी सहयोगी पार्टियों ने भी एक देश एक चुनाव के पीछे छिपी राजनीति को लेकर केंद्र सरकार और बीजेपी की आलोचना की है।