नई दिल्ली– 2024 का लोकसभा चुनाव बिल्कुल करीब उससे पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर नजर बनाए हुए और इंडिया गठबंधन को 80 में 80 जीतने का दावा कर रहे हैं। आज उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा बयान दिया उन्होंने क्या बयान दिया किस तरीके की चीज कहीं है। आइए हम आपको विस्तार से बताते हैं
सपा मुखिया अखिलेश यादव जातीय जनगणना को लेकर लगातार इसका मुद्दा उठाते रहे इस बीच उन्होंने लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जाति जनगणना का सर्वे करना इसलिए समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को उठा रही क्योंकि जातीय जनगणना हमारे समाज को जोड़ने का काम करेगी। जो जाती पीछे रह रही उसको भी जोड़ने का काम इस जाति जनगणना के बाद हो जाएगा।
यही नहीं उन्होंने आगे कहा कि जिस तरीके से पिछड़ी जातियों को सम्मान नहीं दिया जा रहा है। यह बिल्कुल गलत हमारा यह मानना है कि सरकार को जाति जनगणना करनी चाहिए जिससे पिछले दलितों का सम्मान हो सके। और उनकी जातियों की संख्या पता चल सके जिससे वह अपने सम्मान अपने हक अपनी लड़ाई को खुद लड़ सके।
उन्होंने आगे कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि हमारा एक उद्देश्य है। कि सभी जातियों को बराबर सम्मान मिले उच्च नीच की भेदभाव इस समाज से खत्म हो जाए। जिस तरीके से बाबा भीमराव अंबेडकर ने जो व्यवस्था बनाई थी। उसे व्यवस्था के अनुसार जाति जनगणना कराई जानी चाहिए। जिस तरीके से बिहार में जाति जनगणना कराई गई। और उन आंकड़ों को सार्वजनिक किए गए इस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार को भी यह करना चाहिए।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी जाति जनगणना करने से पीछे हट रही है। इससे यह साफ होता है। कि वह यह चाहती ही नहीं है कि हर जाति का सम्मान उन्होंने और आगे कहा कि लगातार समाजवादी पार्टी इसके लिए संघर्ष करती आई है। और लगातार इसके लिए संघर्ष करती रहेंगी।
अखिलेश यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लखनऊ के जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जेपीएन आई सी पहुंच गए। इस दौरान उनका स्वागत करने के लिए सैकड़ो की संख्या में सपा कार्यकर्ता मौके पर जमा हो गए थे।