नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश में सीमा हैदर और सचिन की प्रेम कहानी पर सुरक्षा एजेंसियों को भरोसा नहीं है। इस पूरे मामले पर अभी भी सुरक्षा एजेंसियों की नजर बनी हुई है। सुरक्षा एजेंसियां किसी भी कीमत पर देश की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ नहीं चाहती। इस बीच अब इस केस की जांच यूपी एसटीएफ कर रही है।
बता दें कि नोएडा पुलिस ने पत्र लिखकर कहा है कि मामले की जांच एजेंसियों से कार्यवाही करवाई जाए इसके बाद अब सीमा हैदर केस की जांच यूपी एटीएस को मिली है। जानकारी के मुताबिक यूपी एटीएस की नोएडा यूनिट के साथ हेड क्वार्टर से भी एक यूनिट मिलाकर इस पूरे मामले की जांच करने जा रही है।
बता दें कि सीमा हैदर ने अभी तक जो भी पूछताछ में बताया नोएडा पुलिस अब उसका बैकग्राउंड वेरीफाई करने में जुटी हुई सीमा ने जो कहानी पुलिस को सुनाई है। आप उस कहानी की जांच भी यूपी एसटीएफ करने जा रही। इसी के साथ सीमा हैदर को मोबाइल फोन से लेकर उसकी सोशल मीडिया पर सक्रियता को भी जांच के दायरे में लाया जा रहा है।
जांच एजेंसियों का शक्ति मा हैदर पर अभी भी बना हुआ है। और नेटवर्क पाकिस्तान सीमा पाकिस्तान और नेपाल के रास्ते भारत आई थी।
इस दौरान सीमा हैदर की मदद करने वाले लोगों के साथ साथ जिन मोबाइल नंबरों का सीमा ने इस्तेमाल किया और जिन लोगों से बात की उन सभी को खंगाला जा रहा है। जांच एजेंसी इस मामले की हर एंगल से जांच करने में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक सीमा हैदर के साथ-साथ जांच एजेंसी ग्रेटर नोएडा के रहने वाले सचिन की भी जांच कर रही सचिन का भी बैकग्राउंड तलाश रही है। यूपी एटीएस पता लगा रही है कि सचिन कब से सीमा हैदर के संपर्क में था। दोनों के बीच किन किन नंबरों पर बात होती थी। किस किस इंटरनेट ऐप के जरिए सीमा पाकिस्तान से बैठे-बैठे सचिन से बात करती थी इसका सारा डाटा खंगाला जा रहा है।
फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों की जांच देखकर लगता है कि सुरक्षा एजेंसी को सीमा हैदर और सचिन की प्रेम कहानी इतनी सीधी नजर नहीं आ रही जितनी सीमा और सचिन इसे बता रहे है। ऐसे में कहा जा सकता है। कि सीमा हैदर और सचिन की प्रेम कहानी पर सुरक्षा एजेंसियों का भरोसा नहीं है।