Ration Crad: राशन कार्डधारकों की जागी किस्मत, सरकार ने किया ऐसा ऐलान कि दो-दो हाथ उछल पड़े लोग

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नई दिल्लीः केंद्र व राज्य सरकारें लंबे समय से राशन कार्डधारकों की मदद को आगे आ रही है, जिसका मकसद लोगों का पेट भरना है। मोदी सरकार पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लंबे समय से गरीबों को मुफ्त राशन की सुविधा मुहैया करा रही है। इतना ही नहीं इस योजना को करीब तीन साल से चलाया जा रहा है, जिसका फायदा करीब 81 करोड़ लोग बड़े स्तर पर ले रहे हैं।


अब इस योजना को आगे एक साल यानि 31 दिसंबर 2023 तक आगे बढ़ा दिया है, जो गरीबों के लिए किसी बूस्टर डोज से कम नहीं है। दूसरी ओर अब एक और बड़ा फैसला लिया गया है। सरकार की ओर से कुछ बड़ा बदलाव किया गया है।

इसके तहत लोगों को अब गेंहू की जगह आटा का वितरण किया जाएगा, जिसके लिए कुछ जरूरी नियमों का पालन करना होगा। इतना ही नहीं आटा लेने के लिए राशन कार्डधारकों को कुछ प्रति किलों के हिसाब से रपये का वितरण करना होगा। यह नियम हरियाणा सरकार ने बनाया है।

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  • सरकार ने दिया आटा बांटने का आदेश

हरियाण सरकार की ओर से आटा वितरण करने का फरमान सुनाया गया है, जो कुछ जिलों में लागू माना जा जाएगा। हरियाणा में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत निशुल्क गेहूं का वितरण काफी दिनों से किया जा रहा है। सरकार ने करनाल, अंबाला, यमुनानगर, रोहतक और हिसार ज‍िलों का चयन गेहूं की बजाय आटा देने के लिए कर दिया है।

इन पांचों ही ज‍िलों में राशन कार्ड धारकों को गेहूं की बजाय आटा का वितरण किया जाना सुनिश्चित माना जा रहा है। जनवरी में इन पांचों जिलों के 3.35 लाख लोगों को आटा नहीं मिल रहा है। इसके बाद यह मामला मीड‍िया की रिपोर्ट में खूब छाया रहा। हरियाणा सरकार ने 3 रुपये किलो की पिसाई की लागत लेकर गरीबों को आटा व‍ितर‍ण करने का फैसला दे रखा है। सरकार के इस फैसले से राशन कार्डधारक दो-दो हाथ कूद रहे हैं।

  • जानिए एक कार्ड पर मिलता है कितना राशन

हरियाणा के पांचों जिलों में अगर राशन कार्डधारकों की बात करें तो करीब 8.354 लाख है, जो बड़े स्तर पर सरकार की सभी स्कीम्स का फायदा उठा रहे हैं। अब हरियाणा सराकर के नए न‍ियम के मुताबिक, परिवार के लोगों के आधार पर राशन कार्डधारकों को आटा बांटने का काम शुरू कर दिया गया है।

वहीं, इसके साथ ही राशन कार्ड धारकों को चीनी और चावल पहले सी ही वितरित किया जा रहा है। अंत्योदय अन्‍न योजना के कार्डधारकों को 35 किलो प्रतिकार्ड के ह‍िसाब से और बीपीएल को 5 किलो प्रति यूनिट के ह‍िसाब से वितरित किया जा रहा है।

राशन कार्ड धारकों से तीन रुपये प्रति किलो की दर से आटे की पिसाई भी लेने का काम किया जा रहै। इसके अलावा प्रति राशन कार्ड एक किलो चीनी प्रदान की जाती है।

इसके बदले में 13.50 रुपये ल‍िये जाते हैं। जानकारी के लि बता दें कि केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से इसके अलावा भी कई स्कीम चलाई जा रही हैं, जो गरीबों का दिल जीतने के लिए काफी हैं। अगर आपके नाम भी राशन कार्ड बना हुआ है तो आपको अब पिसवाने की जरूरत नहीं होगी। यह काम भी सरकार की ओर से ही किया जा रहा है।

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