नई दिल्ली- राजस्थान में कांग्रेस पार्टी कैंडिडेट के लिए टिकट देने की तैयारी में जुट गई। दूसरी तरफ कई मंत्री और विधायक के चुनाव लड़ने की स्थिति साफ नहीं है ऐसे में वह टिकट मिलने के इंतजार कर रहे हैं। जबकि कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने खुद ही चुनाव न लड़ने की बात कह चुके है। ऐसे में मंत्री हेमाराम चौधरी के विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर बड़े संकेत मिल रहे हैं।
बता दें कि शनिवार को गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के पर्यवेक्षक बलदेव और ठाकुर और विधानसभा सह प्रभारी मुकेश पटेल ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर जीता हूं नेता को लेकर राजकुमारी की इस दौरान गुडामालानी के कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी को जीत का प्रबल दावेदार बताते हुए उन पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का दबाव बताया कांग्रेस के प्रधान रहे ताजा राम ने अपनी दावेदारी रखते हुए कहा कि मैं अपनी दावेदारी पेश करना चाहता हूं। लेकिन यदि राम हेमाराम चौधरी चुनाव लड़ते हैं। तो मैं उनके साथ रहूंगा।
बता दें कि मैं राम चौधरी अपने बेबाक अंदाज और बयानों के लिए जाने जाते हैं आए दिन सरकार की कमियों के साथ आम जन के मुद्दों पर अपनी विभाग राय देते आए हैं। हेमाराम चौधरी को सचिन पायलट गुटका नेता माना जाता है। पहले कुछ महीनो से मंत्री हेमाराम चौधरी कहते आए हैं कि मैंने साल 1980 में पहला चुनाव लड़ा था और तब से मैं राजनीति में हूं। चौधरी कहते हैं। कि मैंने बहुत चुनाव लड़ लिया और बड़े पदों पर भी रह लिया अब मेरी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं है मैं चाहता हूं। कि पार्टी अब युवाओं और नए चेहरों को मौका दे। चौधरी ने यह भी बताया कि पार्टी का जो निर्णय करेगी मैं पार्टी के साथ हूं।
हेमाराम चौधरी अपने विधानसभा क्षेत्र गुडामालानी में कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार वहीं कांग्रेस के आलाकमान भी कह चुका है। कि इस बार टिकट उसी को मिलेगा जो जिताऊ प्रत्याशी हो ऐसे में हेमाराम चौधरी को लेकर अटकलें तेज हो गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि 2023 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हेमाराम चौधरी को ही मैदान में उतारती है। या फिर किसी दूसरे नए चेहरे को मैदान में उतारेगी।