नई दिल्लीः विधानसभा चुनाव कहने के लिए तो पांच राज्यों में हो रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा राजस्थान की है। राजस्थान विधानसभा चुनाव की चर्चा होने की कई वजह हैं, जिसमें कांग्रेस के दो खैमे और बीजेपी के ज्यादा जोर आजमाइश भी मानी जा रही है।
राजनीतिक पंडितों के अनुसार, बीते कई दशकों से कोई भी सरकार यहां लगातार सत्ता में नहीं आई है, जिसे रवायत के चलते बीजेपी को राजस्थान से खासी उम्मीदें हैं। दूसरी ओर राजस्थान कांग्रेस में भी चौंकाने वाले नजारे देखने को मिल रहे हैं।
भले ही कांग्रेस हाईकमान से किसी को सीएम पद का सिंबल नहीं मिला हो, लेकिन अशोक गहलोत और सचिन पायलट समर्थक अपने नेता के लिए नारे लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। गहलोत और पायलट समर्थकों में सीएम की कुर्सी को लेकर काफी उत्साह है। कई बार सचिन पायलट की रैलियों में उन्हें सीएम बनाने के नारे लगते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस की सरकार आती है तो कौन सीएम बनेगा, इसका जवाब खुद सचिन पायलट ने दिया है।
सचिन पायलट ने कही बड़ी बात
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। इसकी वजह वे लगातार पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर वोट मांग जीताने की अपील कर रहे हैं। इस बीच सचिन पायलट ने कांग्रेस की ओर से सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि नौजवानों को मौका मिलना चाहिए। पायलट ने कहा, कांग्रेस की ओर से सीएम कौन होगा, इसका निर्णय हाईकमान और विधायक दल की बैठक में होगा। इस समय हमारा पूरा फोकस चुनाव जीतने पर है।
इसके साथ ही सचिन पायलट ने कहा कि 25 सितंबर की घटना को सबने ध्यान से देखा। उसका खेद खुद गहलोत जी को है। इतना ही नहीं गहललोत जी माफी मांग चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझसे मल्लिकार्जुन खड़गे साहब और राहुल गांधी ने कहा- माफ करो और आगे बढ़ो। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हमारा कोई मतभेद और गुट नहीं है।
टिकट बंटवारे पर क्या बोले पायलट?
राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने टिकट बंटवारे पर बड़ी बात कही। टिकट के सवाल पर जवाब देते हुए पायलट ने कहा- टिकटों को लेकर बैठक बुलाना पार्टी का काम है। उन्होंने कहा कि मुझसे सुझाव मांगे गए थे। मैंने सुझाव दिए। मैंने हमेशा कोशिश की है कि नौजवानों को मौका मिले, जो कमजोर हैं, किसान हैं नौजवान को मौका मिलना जरूरी है। टिकट देना ना देना पार्टी का काम है।