PNG दक्षिण पश्चिमी प्रशांत महासागर के एक कौने में ढेर सारे द्वीपों के एक समूह देश पापुआ न्यू गिनी (PNG) में जो हुआ उससे दुनिया चकित रह गई है। पाकिस्तान और चीन कानों से ही नहीं पता नहीं कहां-कहा से धुआँ निकला रहा है। अमेरिका-रूस, फ़्रांस, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, इंग्लैंड यूँ कह लें कि पूरी दुनिया में तहलका मचा हुआ है।
यूँ तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 देशों की बैठक के बाद पापुआ न्यू गिनी (PNG) में इंडिया-पैसिफिक आइसलैंड कोऑपरेशन के तीसरे शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करने पहुँचे हैं। लेकिन पापुआ न्यू गिनी (PNG) में ऐसा क्या हुआ है जिसके चर्चे पूरी दुनिया में हो रहे हैं। चलिए हम एक-एक कर सब कुछ बताते हैं-
Papua New Guinea PM seeks PM Modi's blessings, touches his feet on arrival
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— ANI Digital (@ani_digital) May 21, 2023
पहली बात- पापुआ न्यू गिनी (PNG) में किसी भी अतिथि का स्वागत शाम को नहीं किया जाता। पापुआ न्यू गिनी (PNG) ने इस परंपरा को तोड़ा और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अद्भुत, अद्वितीय स्वागत किया।
दूसरी बात- जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्ग मोदी ने अपना पाँव राजधानी पोर्ट मोरेस्बी के एयर पोर्ट के रेड कार्पेट पर रखा वैसे ही एक-एक कर 21 तोपें भारतीय प्रधानमंत्री के सम्मान में दागी जाने लगीं।
तीसरी बात- मित्र देश के राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री की अगवानी को गर्मजोशी से भरने के लिए मेज़बान देश के राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री गले लगते हैं, हाथ मिलाते हैं एक दूसरे हाथ चूमते हैं लेकिन पापुआ न्यू गिनी (PNG) के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन भारतीय परंपरा के अनुसार पैर छूकर किया।
हालाँकि जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जेम्स मारापे की पीठ थपथपाकर ढेर सारा आशीर्वाद उड़ेल दिया, लेकिन एयरपोर्ट पर मिचेल सोमारे की तस्वीरें दुनियाभर के चैनलों पर दिखाई गई है।
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प्रशांत महासागर में अन्य द्वपीय देशों की तरह पापुआ न्यू गिनी (PNG) का रणनीतिक महत्व बहुत ज़्यादा है। दुनिया का अस्सी फ़ीसदी व्यापार समुद्र मार्ग से होता है। उसमें भी प्रशांत महासागर सबसे व्यस्त रहने वाला है। इसलिए प्रशांत महासागर में जितने भी द्वीपीय देश हैं उनकी महत्ता बहुत अधिक है।
बीते साल अप्रैल 2022 में चीन ने सोलोमन द्वीप के साथ सुरक्षा संधि की और वहाँ अपनी सेना भेज दी। इतना ही नहीं चीनी सेनाओं को आपातकाल में बल प्रयोग का अधिकार भी मिल गया।यह बात अलग है कि सोलोमन द्वीप की सरकार ने दवा किया है कि चीन से समझौता ज़रूर हुआ है लेकिन सेना को रहने-ठहरने या आपातकाल में बल प्रयोग का अधिकांश इन हालातों में चीन को काउंटर करने के लिए पापुआ न्यू गिनी (PNG) का भारत के नज़दीक आना, और भारत के प्रधानमंत्री का अभूतपूर्व स्वागत करना चीन और चीन के चाटुकार पाकिस्तान को कैसे हज़म हो सकता है। हालाँकि चीन और सोलोमन द्वीप जैसा ही समझौता ऑस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी (PNG) में हो चुका है।
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