नई दिल्ली- बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान जमकर तानाशाही हुई । और तोड़फोड़ के साथ 18 हत्याएं 24 घंटे के अंदर हो गई। जिसके बाद टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने अमित मालवीय के ट्वीट पर पलटवार किया है। मालवीय ने टीएमसी पर अभिषेक बनर्जी से संसदीय क्षेत्र डायमंड हर बार में बूथ कैपचरिंग के आरोप लगाए थे।
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान भड़की हिंसा को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच जुबानी जंग जारी है। टीएमसी ने आरोप लगाया कि बीजेपी बूथ कैपचरिंग की झूठी खबर फैला रही है। शनिवार को पंचायत चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल के 7 जिलों में हिंसा भड़क गई थी। जिसमें आगजनी गोलाबारी, फायरिंग और बम बाजी की घटनाएं देखने को मिली। राज्य में फैले तनाव और अशांति के बीच राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप लगाने में जुट गए है।
बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ममता बनर्जी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कई ट्वीट किए है। उन्होंने एक ट्विटर पर लिखा कि ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र का मजाक बना दिया है। उन्होंने टीएमसी सांसद और ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके डायमंड हर्बल में टीएमसी ने बूथ पर बैलट बॉक्स में स्टांप लगाया मालवीय ने आगे कहा कि टीएमसी ने वोटिंग के बाद देर रात भूत कैप्चर किया जहां ना कोई सीसीटीवी कैमरा था ना ही कोई पुलिसकर्मी वहां पर तैनात था। अभिषेक बैनर्जी डायमंड हर्बल से ही सांसद हैं।
जब अमित मालवीय के आरोप पर टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने भी पलटवार किया है। और बीजेपी पर अफवाह फैलाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि नेत्रा सीपी मथुरापुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत है। ना ही डायमंड हर्बल के जैसे कि अमित मालवीय ने दावा किया है। उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा कि दुर्भाग्य से आपका आईटी सेल प्रचार करने के लिए तत्वों को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहा है। और गलत सूचना फैलाने से इस अभियान को रोकना होगा।
अमित मालवीय ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया था कि अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हर्बल के नेत्रा स्ट्रीपी के बूथ नंबर 5 से गांव वालों को इस टाइम लगे बैलेट पेपर मिले हैं। उन्होंने आगे कहा कि कल रात टीएमसी ने बूथ को कैप्चर कर लिया है। और वोटिंग पूरी की या अदालत के आदेश के अवमानना है।
कल पश्चिम बंगाल की 74 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में चुनाव हुए थे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य के तकरीबन डेढ़ लाख सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी कल जैसे ही सुबह वोटिंग शुरू हुई। तो 7 जिलों से मारपीट आगजनी फायरिंग और पोलिंग बूथ लूटने की घटनाएं सामने आने लगी देखते ही देखते हैं। शाम तक हिंसा इतनी बढ़ गई कि 18 से ज्यादा लोगों की जान चली गई 5 बजे तक कुल 66.28 फ़ीसदी वोटिंग दर्ज की गई।