नई दिल्ली- महाराष्ट्र की सियासत में रविवार को उस समय हलचल मच गई। जब केंद्र सरकार में शामिल हुए अजित पवार अपने खेमे के मंत्रियों के साथ अचानक शरद पवार के घर उनसे मिलने पहुंच गए। अब इस मुलाकात पर शरद पवार की तरफ से पहली प्रतिक्रिया आई है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में हुई बगावत के बाद रविवार को उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और एनसीपी कोर्ट के नौ मंत्री अचानक शरद पवार से मिलने के लिए पहुंचकर इस मुलाकात के बाद अजित पवार गुड के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उन्होंने शरद पवार से विनती की कि वे पार्टी को जोड़ कर रखें उन्होंने कहा कि मंत्रियों ने पवार साहब से आशीर्वाद भी लिया। अब शरद पवार ने इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी है।
शरद पवार ने एनसीपी के युवा कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्होंने अपनी राह अलग करने का फैसला कर लिया है। क्योंकि वह बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। पवार ने कहा कि वह अपनी प्रगतिशील राजनीति जारी रखेंगे। शरद पवार ने नासिक में यूथ विंग के एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और अपना रुख साफ किया। और आगे युवा कैडर से बात करते हुए शरद पवार ने रात को पास की विचारधारा को दोहराया और कहा कि भाजपा की विभाजन कारी राजनीति करती जिसका वह विरोध करते हैं।
उन्होंने एनसीपी कैडर के लिए समावेशित समानता धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के सिद्धांतों को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। पवार के आज शिराक्वा विधायकों से मिलने की संभावना इससे पहले राकपा के मुख्य सचेतक की एजेंट ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सोमवार को शुरू होने वाले विधानसभा क्षेत्र के लिए। अजित पवार खेलने के सदस्यों और पार्टियों के बाकी विधायकों के लिए अलग-अलग बैठने की व्यवस्था करने की मांग की थी।
रविवार को स्पीकर राहुल को लिखे गए पत्र में कहा कि अजित पवार सहित नौ विधायक जो सरकार में शामिल हुए उन्हें छोड़ दें तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी विपक्ष का हिस्सा है। शपथ लेने वाले 9 विधायकों को छोड़कर अन्य के लिए बैठने की व्यवस्था अलग से की जानी चाहिए रास्ता विपक्ष में है। और हम विपक्ष में बैठना चाहते हैं।