नई दिल्ली– मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगरिया तेज हो गई है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मध्य प्रदेश में तीन लिस्ट जारी की जा चुकी है। वहीं कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी इस दौरान समाजवादी पार्टी भी मध्य प्रदेश में अपनी जमीन तलाश रही है। समाजवादी पार्टी की तरफ से नव उम्मीदवारों को मैदान में उतर गया है। यह उम्मीदवार कहां से चुनाव लड़ेंगे और कितना उनके विधानसभा में समाजवादी पक्ष में संभावनाएं हैं। आइए हम आपको विस्तार में बताते हैं।
जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए नव उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया इसमें पूर्व विधायक मीरा दीपक यादव को भी शामिल किया गया है। कहां से कौन मैदान में है एक-एक कर हम आपको विस्तार में बताते हैं।
बता दे कि समाजवादी पार्टी की तरफ से यह ऐलान किया गया था कि नवरात्रि के शुरुआत में ही प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जाएगी इस मौके पर समाजवादी पार्टी की तरफ से नौ उम्मीदवारों की सूची जारी की गई। जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता यश भारती समेत 6 प्रत्याशियों को मैदान में उतर गया है।
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा और अखिलेश यादव के नेतृत्व में 230 विधानसभा में चुनाव लड़ने का फैसला बन चुकी सपा ने नव उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। इनमें जो नाम है। सबसे पहला नाम आता है राजनगर से बृज गोपाल पटेल उर्फ बबलू पटेल को समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया वहीं भंडारा विधानसभा से डॉ राहुल को उम्मीदवार बनाया गया है वही भवानी विधानसभा क्षेत्र से विश्वनाथ सिंह मरकाम को विधानसभा का उम्मीदवार बनाया गया है।
यही नहीं हम आपको बता दें की सीधी विधानसभा क्षेत्र से राम प्रताप सिंह यादव को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया है वहीं बिजवाड़ से डॉक्टर मनोज यादव को उम्मीदवार बनाया गया है। करने से महेश सहारे को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं चितरंगी विधानसभा क्षेत्र से श्रवण कुमार सिंह गोंडा को समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रत्याशी बनाया गया है।
जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है 2018 में कांग्रेस यहां से जीत दर्ज की थी। लेकिन उनकी सरकार टूट गई थी जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी से शिवराज सिंह चौहान को यहां से मुख्यमंत्री के तौर पर भारतीय जनता पार्टी ने बनाया था। अब 2023 के विधानसभा चुनाव में सभी नेता अपनी जमीन तलाश रहे है। अब देखने वाली बात यह होगी किस तरीके से मध्य प्रदेश की चुनावी सियासत बदलता है। और कौन यहां से फतह हासिल करता है।