नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खात्मे के लिए सेना की तरफ से ऑपरेशन चलाया जा रहा है। ऑपरेशन के माध्यम से एक बार फिर सेना ने आतंकियों के इरादों को नेस्तनाबूद कर दिया। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में गुरुवार को घुसपैठ के दौरान 5 आतंकियों को मार गिराया। मारे गए सभी 5 आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे।
राज्य के अतिरिक्त महानिदेशक विजय कुमार ने भी आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि कर दी है। सेना और पुलिस की यह कार्रवाई ने आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। सेना को नियंत्रण रेखा पर कुछ आतंकी छिपे होने के इनपुट मिले थे, जिसके बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई। जवानों को देख आतंकियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हुए।
वहीं, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जम्मू-कश्मीर में मारे गए 46 आतंकवादियों में से 37 पाकिस्तानी शामिल थे। इसमें नौ ही आतंकी स्थानीय थे। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि कश्मीर में अब आतंकवाद खत्म होने की कगार पर है। पाकिस्तानी आतंकियों को सबक सिखाने के लिए लगातार बड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के 33 साल में यह पहली बार है कि मारे गए विदेशी आतंकवादियों की संख्या स्थानीय आतंकवादियों से करीब चार गुना ज्यादा है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, घाटी में इस समय करीब 130 आतंकवादी सक्रिय हैं, जिनमें से आधे विदेशी आतंकवादी शामिल हैं। राज्य पुलिस की सहायता से सेना लगातार आतंकियों को ढूंढ ढूंढकर सबक सिखा रही है।
एडीजीपी कश्मीर ने साझा की बड़ी जानकारी
जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रवक्ता ने एक्स पर पोस्ट कर बड़ी जानकारी दी है। पुलिस प्रवक्ता के ने बताया कि कुपवाड़ा पुलिस की ओर से दी गई एक विशेष सूचना के आधार पर माछिल सेक्टर में शुरू हुई एक मुठभेड़ में अब तक कुल पांच आतंकवादी ढेर हो चुके हैं। साथ ही दो आतंकी पहले गए थे। तीन आतंकियों को मारे जाने की पुष्टि एडीजीपी कश्मीर ने थोड़ी देर पहले ही की है।
जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान से संचालित होने वाले आतंकी संगठन अभी भी जम्मू-कश्मीर में पांव जमाने की साजिश कर रहे हैं। भारतीय सेना उनके मंसूबों को बार-बार धाराशायी कर रही है, जिससे अब वे बैकफुट पर हैं।