नई दिल्ली- महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर अब राजनीतिक दलों के बयान सामने आने लगे है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एनसीपी की टूट पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए मध्यप्रदेश की तुलना में महाराष्ट्र ज्यादा बड़ी प्रयोगशाला बन कर उभरा है। यह बयान उन्होंने कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए एक सवाल के जवाब में दिया है।
उन्होंने कहा महाराष्ट्र में जो हो रहा है वह मध्य प्रदेश भाजपा की प्रयोगशाला थी।महाराष्ट्र उससे भी बड़ी प्रयोगशाला बन गई आप इसे 2024 के लोकसभा चुनाव तक देखेंगे भाजपा कई नए प्रयोग करेगी। क्योंकि उसे सत्ता में रहना उसे सत्ता से बाहर नहीं जाना है। उन्होंने आगे कहा गरीबों किसानों बहुजन और पीड़ितों को कोई जगह नहीं मिल सकती लेकिन उन्हें भाजपा सत्ता में जगह जरूर मिल सकती है।
सपा प्रमुख की टिप्पणी महाराष्ट्र में हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण है जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने पार्टी में विभाजन कर दिया और रविवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उप मुख्यमंत्री के रूप में शामिल हो गए। और उनके साथ में 9 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली जिसके बाद पूरे देश की राजनीति में भूचाल सा आ गया है।
बता दे कि राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल रमेश बैंक ने जहां अजीत पवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई वहीं एनसीपी के 8 अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है।
इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत बड़े मुख्यमंत्री और नेताओं ने एनसीपी चीफ शरद पवार से फोन पर बातचीत की इस दौरान उन्हें दिलासा देते हुए कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है।
अजित पवार के शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद शिंदे ने बयान दिया कि ट्रिपल इंजन की सरकार अब प्रदेश में विकास की गंगा बहेगी इसको लेकर भी विपक्ष के नेताओं ने जमकर निशाना साधा है महाराष्ट्र की राजनीति चर्चा में आने के लिए हमेशा से बेताब रही है।