Political News: लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेजी से चल रही हैं, जिसे लेकर सभी राजनीतिक दल दिन रात मेहनत कर रहे हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों का मकसद चुनाव में फतह करना होगा। देशभर में मुख्य मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन का बनता दिख रहा है। एक तरफ एनडी 400 पार सीटें जीतने का दावा कर रहा है तो विपक्षी गठबंधन इंडिया बीजेपी को जड़ से उखाड़ने की बात कर रहा है। लोकसभा चुनाव की रोमांचक जंग तो यूपी में देखने को मिल रही है, जहां सभी राजनीतिक दलों की नजरें टिकी हैं। यूपी इकलौता राज्य है, जहां सबसे ज्यादा 80 सीटें आती हैं।
कहते हैं कि यूपी जीते तो दिल्ली का रास्ता बहुत आसान हो जाता है। मोदी को दोनों बार पीएम बनाने में यूपी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। इस बार भी बीजेपी की ओर से यूपी में पूरी जोर आजमाइश की जा रही है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे नेता चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी आज गांधी परिवार के नाम से मशहूर पीलीभीत सीट पर जनसभा को संबोधित करेंगे।
पीलीभीत सीट पर जनसभा करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
लोकसभा चुनाव में पीलीभीत सीट बहुत चर्चा का विषय बनी रहती है, जिसकी वजह गांधी परिवार से ताल्लुक होना है। इस बार बीजेपी ने वरुण गांधी का टिकट काटकर राज्य सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। 35 साल बाद पहला ऐसा मौका है, जब कोई गांधी परिवार का सदस्य यहां से उम्मीदवार नहीं है।
पीएम नरेंद्र मोदी भी इस सीट को हर हाल में बीजेपी की झोली में डालना चाहते हैं। नरेंद्र मोदी आज पीलीभीत में जनसभा संबोधित कर जितिन प्रसाद के लिए वोट की अपील करेंगे। उत्तर प्रदेश में पीएम नरेंद्र मोदी की यह तीसरी जनसभा है। यहां से मोदी बाकी सीटों के वोटरों को साधने की कोशिश करेंगे।
पीलीभीत सीट कैसे बनी बीजेपी के लिए साख का सवाल
पीलीभीत से सिटिंग सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। जितिन प्रसाद राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं, जिन्होंने कुछ साल पहले ही बीजेपी ज्वाइन की थी। इस बार गांधी परिवार की दूरी होने से बीजेपी के लिए यह सीट साख का सवाल बन गई है।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते लोकसभा चुनाव बीजेपी सहारनपुर में हार गई थी। मेरठ में बीजेपी सिर्फ़ पांच हजार वोटों से जीत दर्ज कर पाई थी। पीएम मोदी का पीलीभीत का दौरा बताता है कि ये सीट बीजेपी के लिए कैसे नाक की लड़ाई बन गई है।