Uric acid : यूरिक एसिड की दिक्कत इस समय ज्यादातर लोगों में देखने को मिल रही है। खासकर इस बीमारी की चपेट में युवा पीढ़ी भी आने लगे हैं। इसकी वजह है हमारा ख़राब लाइफस्टाइल। आज के समय में खुद का बिल्कुल भी ध्यान है रखते हैं, समय से खाना नहीं खाते हैं या फिर ज्यादा जंक फ़ूड ही खाना पसंद करते हैं। इसके अलावा योग नहीं करते हैं। देर रात जगना और लेट से सोना। इन खराब आदतों की वजह से हमें गंभीर बीमारियां होने लगी हैं। Hyperuricemia भी गुर्दे की पथरी के गठन का कारण बन सकता है और हृदय रोग के लिए एक जोखिम हो सकता है।
कुछ खाद्य पदार्थ, जैसे कि रेड मीट, ऑर्गन मीट और सीफूड शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आप अपनी डाइट में कद्दू की सब्जी (kaduu ke fayde) शामिल कर सकते हैं। कडू में प्यूरीन की मात्रा कम होती है, जो पदार्थ यूरिक एसिड में टूट जाते हैं। यूरिक एसिड स्तर वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। कडू में फाइबर अधिक होता है, जो यूरिक एसिड के उत्सर्जन को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। फाइबर भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है। कडू में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। कडू विटामिन ए और सी के साथ-साथ पोटेशियम और अन्य खनिजों का एक अच्छा स्रोत है।
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इसके सेवन से लिवर हमारा तेज काम करना शुरू कर देता है। यह शरीर में यूरिक को जमा नहीं होने देता है। यदि आपको इसकी सब्जी पसंद है है तो कोई बात नहीं आप कद्दू का सेवन सूप के रूप में भी कर सकती हैं। आप चाहें तो इसका रायता बनाकर भी खा सकती हैं। कुल मिलाकर कद्दू का सेवन कई प्रकार से किया जा सकता है।