How to Stop Child Phone Addiction: आजकल बच्चों में फोन एडिक्शन लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जहां भी देखो हर मां-बाप की यही समस्या होती हमारा बच्चा मोबाइल और लैपटॉप में लगा रहता है। खासकर जब बच्चें घर पर होते हैं तब वो इन गैजेट्स का ज्यादा यूज करते हैं। ऐसे में अगर आप अपने बच्चों को इन सबसे दूर रखना चाहते हैं तो इसके लिए आज हम आपको कुछ टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं।
बच्चों को ऐसे रखें मोबाइल से दूर
1. आर्ट / क्राफ्ट : बच्चों की क्रिएटिविटी को बढ़ाने के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट बेहतर हैं। जहां आप अपने बच्चों से ड्राइंग, पेंटिंग, क्ले आर्ट, पेपर क्राफ्ट, सिलाई- कढ़ाई और फ्रूट वेजिटेबल जैसे आर्ट्स को करवा इंगेज रख सकते हैं।
2. किताबें पढ़ने की आदत: आप बच्चों को किताबों की आदत डालें। इससे बच्चों की पढ़ने की आदत डेवलप होगी और इमेजिनेशन भी इंप्रूव होगा।
3. घर के काम में लगवाएं: जब आपका बच्चा घर पर हो तो उसे घर के छोटे-मोटे काम में जरूर मदद ले सकते हैं। इससे बच्चें में डेवलपिंग बढ़ती है।
4. डीप थिंक: अगर आप अपने बच्चों का थिंकिंग लेवल बढ़ाना चाहते हैं तो आप पजल, रूबिक क्यूब, ब्रेन गेम्स, वर्ड गेम्स, क्रॉसवर्ड पजल, मैथ एंड लॉजिकल पजल और सुडोकू जैसे गेम दे सकते हैं। यह दिमाग की एक्सरसाइज करवाते हैं और सोचने की शक्ति को बढ़ाते हैं।
5. एक्सपेरिमेंट: कई बच्चों को एक्सपेरिमेंट करने का शौक होता है, ऐसे में उनको छोटी-छोटी चीज देकर बच्चों को एक्सपेरिमेंट करने दें। साइंस टेक्नोलॉजी से जुड़ी हुई एक्टिविटीज को करवाएं इससे वह मोटिवेट होंगे।
6. फ्री प्ले: अपने बच्चों को हमेशा एक रूटीन में ना बांधे। इसके लिए फ्री प्ले यानी उनको अपने मन से कुछ भी करने की आजादी दें। इससे आपका दिमागी विकास होगा और बच्चे क्रिएटिव बनते हैं।
7. गेम्स बोर्ड : बच्चों का फैमिली के साथ अच्छा बॉन्ड बनवाएं।आप चेस गेम से लेकर कैरम बोर्ड, अंताक्षरी, डम शराड जैसे गेम्स को इंवॉल्व कर करते हैं।
8. हॉबी: अपने बच्चों को किसी हॉबी में इंवॉल्व करें इससे आप बच्चों को इंगेज रख सकते है। ऐसे में आप इन्हें सिंगिंग, डांसिंग, स्विमिंग और पेंटिंग जैसी हॉबीज को शामिल कर सकते हैं।
9. इमेजिनरी प्ले: पहले के समय में आपने देखा होगा बच्चों किस तरह घर में घर-घर, डॉक्टर या फिर कोई इमेजिनरी गेम खेलते थे। अपने बच्चों को भी ऐसा गेम खिलवाएं ताकि उनकी इमेजिनेशन और क्रिएटिविटी बढ़ें।
10 . म्यूजिक: म्यूजिक भी एक ऐसी थेरेपी है जो मूड को फ्रेश करती है। यह ना सिर्फ बड़ों के लिए नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी स्ट्रेस बूस्टर का काम करती है। ऐसे में आप अपने बच्चों को सिंगिंग करवा सकते हैं, जिसे आप एंजॉय करवा सकते हैं।