Ganesh Chaturthi : गणेश चतुर्थी का उत्सव भारत में बहुत ही महत्वपूर्ण है और यह उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस महोत्सव की जमकर तैयारियां प्रारम्भ हो चुकी हैं. गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर भगवान गणेश की पूजा और अर्चना करने से भक्तों को आत्मा की शांति और खुशियां प्राप्त होती हैं। गणेश चतुर्थी का यह उत्सव 19 सितंबर से आरम्भ हो रहा है. इस उत्सव के दौरान हर कोई अपने घर गणपति जी की मूर्ति की प्रतिमा की स्थापना करते है और गणपति जी से सुख-समृद्धि की कामना करते है,ऐसे में गणपति जी की स्थापना करते समय उन्हें कुछ विशेष फूल अर्पित करने की परम्परा है जो गणपति जी को प्रिय है:
गुड़हल का फूल चढ़ाएं : हिन्दू संस्कृति में गणेश जी की पूजा को सर्वप्रथम करने का प्रथम उपाय है, और वे विघ्न-निवारण के देवता माने जाते हैं, इसलिए उनकी कृपा को प्राप्त करने के लिए गुड़हल का लाल फूल चढ़ा सकते है. कहा जाता है की गुड़हल के फूल गणेश जी के लिए विशेष प्रिय होते है। आप गणेश जी को गुड़हल के फूलों से भरपूर पूजा कर सकते हैं, और इससे विघ्न-निवारण की कृपा प्राप्त हो सकती है।
मां दुर्गा का भी प्रिय है यह फूल:
मां दुर्गा को लाल गुड़हल का फूल बहुत प्रिय होता है और इसे उनकी पूजा-अर्चना में चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। इस रंग के फूल को मां दुर्गा के प्रतीक के रूप में माना जाता है और यह पूजन में भक्तों की विशेष भावना और आस्था का प्रतीक होता है।
मां दुर्गा की पूजा नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से मनाई जाती है, और इस समय भक्त अपने मन, वचन, और क्रियाओं से मां दुर्गा की शक्ति और कृपा का आदर करते हैं। पूजन में गुड़हल के लाल फूल उपयोग होता है जो आस्था और विश्वास की प्रतीक होते हैं।
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