नई दिल्लीः भारत में तमाम कोशिश के बाद भी साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे हालात एकदम बदतर हैं। साइबर ठगी के शिकार युवा, महिला और बुजुर्ग मतलब सभी वर्ग हो रहे हैं। ठग किसी भी नंबर से कॉल कर अपने आपको कंपनी का मैनेजर या बैंक ऑफिस बताकर आपकी डिटेल पूछते हैं, जिससे सीधे लोगों को कई लाख रुपये तक का चूना लग जाता है।
इस बीच एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने हर किसी की नींद उड़ाकर रख दी है। एक प्राइवेट कंपनी में वकील का काम करने वाली महिला को बहुत ही खतरनाक तरीके से शिकार बनाया गया है। आखिर में उससे 15 लाख रुपये तक लूटने का काम किया है। महिला वकील को कैसे ठगी का शिकार बनाया गया है, इसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
महिला से ठग लिए 15 लाख रुपये
साइबर ठग का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। इस साइबर ठगी की शुरुआत एक फेक पार्सल अधिकारी के साथ हुई थी। महिला को वीडियो कॉल आया, उसको ठग ने पकड़े उतारने के लिए कहा।
करीब 36 घंटे तक चली पूछताछ में महिला के बैंक अकाउंट से 15 लाख रुपये गायब कर दिए। साइबर ठग की शुरुआत वैसे 3 अप्रैल को हुई थी। बुधवार करीब सवा दो बजे विक्टिम महिला के पास एक कॉल आई और उसके बाद उसे 5 अप्रैल रात सवा एक बजे तक उलझाए रखा।
पहली कॉल में महिला को बताया कि वह पार्सल कंपनी फेडएक्स का अधिकारी बात कर रहा है। उसने महिला को बताया कि आपके नाम से एक पार्सल है, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। पार्सल में ड्रग्स की जानकारी दी गई है।
फिर मामला आगे गया और महिला को बताया कि उनके नाम से थाइलैंड से एक पार्सल भी आया था। बताया कि उस पार्सल में 140 ग्राम MDMA बरामद हुआ है। कुछ ही देर बाद दूसरी महिला की कॉल आया, जिसमें पहचान मुंबई पुलिस अधिकारी बताई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खुद को मुंबई पुलिस ऑफिसर बताने वाले व्यक्ति ने विक्टिम को Skpye पर वीडियो कॉल करने का कहा। फिर कॉल को अन्य व्यक्ति के पास ट्रांसफर कर दिया गया, और उसने अपनी पहचान अभिषेक चौहान के रूप में दी। उसने खुद को CBI ऑफिसर बताया। विक्टिम को बताया कि उस पर आरोप हैं कि उनका कनेक्शन मानव तस्करी और ड्रग्स के गैंग से जुड़ा है
फिर सारे पैसे पुलिस के बैंक खाते में ट्रांसफर करने होंगे। 10.97 लाख रुपये को वह किसी भी नजदीकी बैंक में जाकर ट्रांसफर कर सकती है। कुछ ही देर बाद पता चला कि बैंक अकाउंट से 15 लाख रुपये ही गायब हो गए।