FARMER PROTEST: पंजाब से दिल्ली चलो अभियान के साथ निकले किसानों को अभी शंभू बॉर्डर पर ही रोक रखा है। किसान संगठन मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन करने पर अड़े हुए हैं, जिन्होंने एक दिन भारत बंद भी रखा। किसानों का आक्रोश शांत कराने के लिए रविवार को किसान संगठनों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत हुई।
इस बैठक में सकारात्म बातें हुई हैं जहां लगता है कि सरकार किसानों की मांगें मानने को तैयार है। बैठक से निकलते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बड़ी बातें कही हैं। केंद्रीय मंत्रियों- गोयल के साथ कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय- के एक पैनल ने दाल खरीदने की पांच साल की योजना का प्रस्ताव सामने रखा। इसके साथ ही मक्का और कपास की फसल को किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पर चर्चा की गई।
चार घंटे की बैठक के बाद गोयल ने कही बड़ी बात
किसान और सरकार के बीच चार घंटे की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि चर्चा के दौरान “अभिनव” और आउट-ऑफ़-द-बॉक्स” विचार सामने आया, उन्होंने कहा कि किसान नेता सोमवार सुबह तक प्रस्ताव पर निर्णय लेंगे। एनसीसीएफ (राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ) और एनएएफईडी जैसी सहकारी समितियां उन किसानों के साथ अनुबंध करेंगी।
इसमें अरहर दाल, उड़द दाल, मसूर दाल या मक्का उगाते हैं। अगले पांच वर्षों तक उनकी फसल एमएसपी पर खरीदने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि (खरीदी गई) मात्रा पर कोई सीमा नहीं होगी, इसके लिए एक पोर्टल विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही गोयल ने कहा कि यह प्रस्ताव पंजाब की खेती को बचाने का काम किया जाएगा। भूजल स्तर में सुधार करेगा और पहले से ही संकटग्रस्त भूमि को बंजर होने से बचाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों ने बताया कि वे मक्के की फसल में विविधता लाना चाहते हैं, हालांकि जब कीमतें एमएसपी से नीचे चली जाती हैं तो वे नुकसान से बचना चाहते हैं।
केंद्र के प्रस्ताव पर किसान नेता ने क्या कुछ कहा
बैठक में सरकार की तरफ से दिए गए प्रस्ताव पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, हम 19-20 फरवरी को अपने मंचों पर चर्चा करेंगे और इस बारे में विशेषज्ञों की राय लेंगे और उसके अनुसार निर्णय लेंगे। पंधेर ने कहा, कर्ज माफी और अन्य मांगों पर चर्चा लंबित है और हमें उम्मीद है कि अगले दो दिनों में इनका समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिलहाल रुका हुआ है, लेकिन 21 फरवरी को सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगा। सभी मुद्दे हल नहीं हुए हैं।