नई दिल्ली। सर्दी के दिनों में मौसम बदलने एवं तापमान कम होने के चलते लोग आसानी से सर्दी जुकाम के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल प्राचीन समय से ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने एवं अन्य बीमारी को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता आ रहा है।
हाल ही में कोरोनावायरस एक बार फिर से दस्तक दे दी है और कोरोना से बचने के लिए हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना बहुत महत्वपूर्ण है, ऐसे में गिलोय के मदद से आप अपने इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं।
काढ़ा दिन की शुरुआत के लिए बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है
इसे अगर आप रोजाना सुबह लेते हैं तो आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होती है। गिलोय का काढ़ा बनाने की विधि और सामग्री के बारे में आइए जानते हैं विस्तार से
गिलोय को काढ़ा बनाने की सामग्री 7 से 8 गिलोय के पत्ते और 4-5 तुलसी पत्ते, दालचीनी 2 इंच, 1 इंच अदरक, काली मिर्च एक चम्मच।
गिलोय का काढ़ा कैसे बनाएं
गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए आपको सबसे पहले गिलोय के पत्ते और डंठल को लेना है। इसे साफ पानी में धोकर रखना है बाद में आप अदरक, काली मिर्च दोनों को मिलाकर अच्छे से कूट पीस में फिर आप एक पैन में दो कप पानी डालकर धीमी आंच पर गर्म होने दें।
इसके बाद आपको अदरक काली मिर्च को आपको इस पानी में गिलोय के पत्ते और डंठल को डालकर कुछ सेकंड पकाना है, फिर आप इसमें तुलसी पत्ता, टूटा हुआ अदरक और काली मिर्च एवं दालचीनी को डालकर मिक्स करना है।
इसके बाद आप तेज गैस करके पानी को अच्छे से उबलने दें फिर जब यह अच्छे से ऊबल जाए तो आप गैस को धीमा कर के काढ़ा को 15 से 20 मिनट तक और पकाएं जब यह काढ़ा पककर आधा न हो जाए तो आप गैस को बंद करें। आपका इम्यूनिटी बूस्टर गिलोय का काढ़ा तैयार हो चुका है। उसे आप गरमा गरम सुबह खाली पेट पीने से आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग होगी।