नई दिल्लीः भारत थोड़ी देर में एक ऐसी उपलब्धि हासिल करने जा रहा है, जिस पर देश ही नहीं दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं। अब थोड़ी देर में चंद्रयान-3 चांद पर लैंडिंग करने वाला है, जिसपर इसरों वैज्ञानिकों से लेकर देशवासियों के चेहरे पर काफी खुशी दिख रही है। भारत चांद पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इस सफलता से देश, इसरो और आम लोगों को क्या लाभ, उन लोगों को क्या लाभ जो रोजमर्रा मेहनत करते हैं।
दो जून की रोटी के लिए दिनभर खून-पसीना एक करते हैं। 14 जुलाई 2023 को देश के सबसे भारी रॉकेट LVM3 से चंद्रयान-3 को लॉन्च कर दिया गया था। चंद्रयान-3 को आज 42वां दिन है, जो सभी को नई खुशी देने जा रहा है। 30.5 किलोमीटर की ऊंचाई से वह लैंडिंग शुरू करेगा, जिसे पावर डिसेंट कहते हैं।
जानिए चंद्रयान 3 से जुड़ी जरूरी बातें
रंभा (RAMBHA)-यह चांद की सतह पर सूरज से आने वाले प्लाज्मा कणों के घनत्व, मात्रा और बदलाव की पहचान कर सकेगा।
चास्टे (ChaSTE)- यह चांद की सतह की गर्मी यानी तापमान की जांच करने जा रहा है।
इल्सा (ILSA)- यह लैंडिंग साइट के आसपास भूकंपीय गतिविधियों की पहचान करेगा।
लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर एरे (LRA)- यह चांद के डायनेमिक्स को समझने का प्रयास करेगा।
जानिए मुल्क को क्या होगा लाभ
दुनिया में अब तक चांद पर सिर्फ तीन देश सफलता हासिल कर सके हैं। अमेरिका, रूस (तब सोवियत संघ) और चीन। अगर भारत के चंद्रयान-3 को सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता मिलती है, तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। दक्षिणी ध्रुव के इलाके में लैंडिंग कराने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि भारत अब जल्द ही नया कीर्तिमान रचने जा रहा है, जिसके चलते जश्न का माहौल बना हुआ है।