Sharad Purnima 2023: इस वर्ष शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) और चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) एक साथ हैं. यह संयोग 9 वर्ष बाद बन रहा है इससे पूर्व 8 अक्टूबर 2014 के दिन शरद पूर्णिमा पर पूर्ण चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) हुआ था और यह न मात्र विदेशों बल्कि भारत में भी नजर आया था. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी जी के साथ चंद्र देव का पूजन किया जाता है.
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से लोगों का मन लुभाता है और अमृत रस बरसाता है. इस वर्ष चंद्रग्रहण (Chandra Grahan) गजकेसरी राजयोग के कारण इन राशियों के लिए शुभ माना गया है. चलिए जानते हैं आपको कि किन-किन राशियों को इस ग्रहण का फायदा मिलने वाला है.
कब दिखेगा भारत में यह ग्रहण:
भारत में ये चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) 29 अक्टूबर 2023 को 01.06 पर आरम्भ होगा और रात 02.22 पर समाप्त हो जाएगा. चंद्र ग्रहण में यह काल 9 घंटे पूर्व आरम्भ हो जाएगा.शरद पूर्णिमा पर 28 अक्टूबर 2023 को दिन में 2.52 से सूतक आरम्भ हो जाएगा.
मिथुन राशि : मिथुन राशि वालों के लिए ये वक्त शुभ होगा. इस समय मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.इस दौरान प्रमोशन के योग बनेंगें और सफलता कदम चूमेंगी यही नहीं इस समय आर्थिक लाभ होगा.रूके हुए कार्य जल्द से पूर्ण होंगें.इस बीच आपके घर के सदस्यों के साथ मधुर सम्बन्ध स्थापित होंगें. आप वाणी से सबको मोह लेंगे.आय के नए स्त्रोत सृजित होंगें. बिजनेस में लाभ होगा. यही नहीं पैसों से जुडी समस्याएँ भी समाप्त होगी.
कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण आपके लिए लाभकारी रहेगा.इस दौरान अचानक पैसों का लाभ मिलेगा और इस दौरान लक्ष्मी मां की कृपा बनी रहेगी. नौकरीपेशा लोगों के लिए प्रमोशन के योग बनेंगें. इस समय में आप नई गाड़ी या नइ प्रोपर्टी खरीदेंगें. परिवार में सुख समृद्धि बनी रहेगी. इस समय परिवार के सहयोग से आप बड़ी से बड़ी मुश्किल का समाधान पा सकते है.
मकर राशि : मकर राशि के जातकों के लिए यह चंद्र ग्रहण शुभ रहेगा. इस समय मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी और इस दौरान बिजनेस में लाभ होगा. काफी वक्त से अटके कार्य पूरे होंगे. सफलता मिलने के पूरे योग हैं. कार्य को लेकर यात्रा के लिए जायेंगें. परिवार के साथ समय बितायेंगें.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें