नई दिल्ली- प्यार को हासिल करने के लिए इंसान क्या कुछ नहीं करता है। इसका जीता जाता उदाहरण उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से सामने आया है। आपको बता दें कि यहां एक मुस्लिम शख्स ने हिंदू प्रेमिका से शादी करने के लिए अपना धर्म परिवर्तन कर लिया जानकारी मिली है। कि एक विधवा महिला थी। और दोनों के बीच करीब 7 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। खबर के आगे विस्तार से इस अनोखे प्यार की पूरी कहानी जानिए
दरअसल यह पूरा मामला रामपुर की बिलासपुर तहसील का है। यहां शहीद अहमद नामक एक मुस्लिम युवक का बाल्मीकि समाज की विधवा महिला शारदा से पिछले 7 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी के चलते दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसम खाई थी। इस प्रेम प्रसंग का जब युवक और महिला के परिवार वालों को पता चला। तो वह इसके खिलाफ हो गए कई दिनों तक दोनों को समझाने का पंचायती सिलसिला चलता रहा। मगर युवक और महिला अलग रहने के लिए राजी ही नहीं हुए।
मामले हाथ से फिसलता देख बुधवार को शाहिद ने धर्म परिवर्तन करते हुए अपना नाम सतीश कुमार बाल्मीकि रख लिया। इसके बाद उसने अपनी प्रेमिका शारदा से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी कर ली। शायद और सतीश बिलासपुर उप जिला अधिकारी के सामने एक शपथ पत्र देकर कहा है। कि वह अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार शारदा के पहले पति अर्जुन सिंह का निधन 12 साल पहले हो गया था। बरहाल शाहिद उर्फ सतीश ने अखंड भारत परिषद अखाड़ा के बैनर तले एक मंदिर में सात फेरे ले लिए है।
अभी शादी की भी अलग-अलग चर्चा होना शुरू हो गई भैया यूपी है। यहां सब कुछ होता है। प्यार हुआ तो पाकिस्तान से भी प्रेमिका भाग आती है।
लोगों ने कहा कि प्यार में लोग कुछ भी कर लेते हैं जिस महिला के पति की 12 साल पहले मौत हुई। वह महिला अपने पति की प्यार मोहब्बत को छोड़ कर के 7 साल से एक मुस्लिम वर्ग के युवक से प्यार करती और उसने हिंदू धर्म अपनाकर शादी कर ली इस पर क्या सोचेगी समाज आखिरकार समाज किस तरफ जा रहा है। यह सोचने का विषय है।