नई दिल्ली- बिहार शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पाठक सभी जिला अधिकारियों को आदेश दे चुके हैं। कि वह बिहार कोचिंग इंस्टिट्यूट कानून 2020 का सख्ती से पालन करें छात्र और छात्राएं स्कूल में 75% अटेंडेंस दर्ज कर सके वरना उन्हें बिहार बोर्ड की परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा।
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग मनमानी तरीके से चल रहे कोचिंग संस्थानों पर नकेल कसने की तैयारी में जुट गया है। बिहार शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पाठक ने सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं की लगातार कम हो रही अटेंडेंस को लेकर कई जरूरी फैसले लिए जिन में राज्य के कोचिंग सेंटर की टाइमिंग ही शामिल है।
दरअसल अधिकतर कोचिंग संस्थान सुबह 9:00 बजे से शुरू हो जाते हैं जिसकी वजह से कई छात्र और छात्राएं खोलना जाकर कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई करने के लिए पहुंचते हैं इससे सरकारी स्कूलों में छात्रों की अटेंडेंस काफी कम हो रही है। हंसकर कक्षा 9 से 12वीं क्लास के छात्र छात्राओं के एड्रेस कम हो रही है इसे देखते हुए केके पाठक ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर आदेश दिया है कि उनके जिले में सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे के बीच किसी भी कोचिंग संस्थान का संचालन नहीं किया जाएगा ताकि छात्र स्कूल जा सके।
सभी जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में के के पाठक में हम भी मुद्दा उठाया की कोचिंग संस्थानों में ज्यादातर सरकारी शिक्षक की जाकर पढ़ाते हैं। और कुछ सोच कोचिंग संस्थानों के संचालन में उनकी प्रत्यक्ष या परोक्ष भूमिका भी होती उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है। कि वह बिहार कोचिंग में उनके उस कानून 2020 को सख्ती से पालन करवाएं छात्र-छात्राएं स्कूल में 75% अटेंडेंस दर्ज कर सकें वरना उन्हें बिहार बोर्ड की परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा। जैसे कि पहले से ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का नियम है।
बता दे कि बिहार में शिक्षा विभाग की कमान संभालने के बाद के के पाठक का व्रत और बड़े फैसले ले रहे हैं। जितने 1 जुलाई के सभी सरकारी शिक्षकों को स्कूल पहुंचकर ऑनलाइन अटेंडेंस बनाना अनिवार्य कर दिया गया है ताकि वे लगातार बिहार में कई स्कूलों का औचक निरीक्षण भी कर रहे हैं सभी जिला अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। कि 1 सप्ताह में एक या दो दिन स्कूलों का औचक निरीक्षण करेंगे।