नई दिल्ली: Hydrogen Train In india: देश के लाखों रेल यात्रियों को बड़ी सैगात मिलने जा रही है। रेल मंत्रालय इस समय ताबड़तोड़ फैसले लिए जा रहा है। जिससे अभी तक आप ने विदेश में हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) चलने के बारे में सुना था, लेकिन अब देश में भी ये कारनामा भारतीय रेल कर दिखाया है। जिससे ऐसे कई विशेष रुट पर आप को हाइड्रोजन ट्रेन चलती हुई दिख जाएगी।
दरअसल आप को बता दें कि दुनिया के कई देशों में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें भारत भी पीछे नहीं है। इलेक्ट्रिक गाड़ियों तो देश में धूम मचा रही है, तो वही इंडियन रेलवे (Indian Railways) भी हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) चलाने जा रहा है। रेलवे ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। यह देश के 8 हेरिटेज रूटों के लिए चलाया जाएगा। इस हाइड्रोजन ट्रेन को लेकर कई अपेडट किए जाएंगे। इसकी डिजाइन में भी अंतर होगा। खास बात ये हैं कि हाइड्रोजन ट्रेन 1950-60 दशक के ट्रेनों को रिप्लेस करेंगी।
हाइड्रोजन ट्रेन संचालित करने पर सरकार का ये है बड़ा प्लान
केन्द्र सरकार ने हाइड्रोजन ट्रेन को लेकर एक खास प्लानिंग की है। सरकार ने Hydrogen for Heritage नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसके तहत हाइड्रोजन ट्रेनें को हेरिटे्ज रूटों पर चलाया जाएगा। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इन ट्रेनों के चलने से देश ग्रीन एनर्जी की दिशा में और आगे बढ़ेगा। रेल मंत्री ने कहा, ‘हम दिसंबर 2023 से धरोहर मार्गों पर हाइड्रोजन ट्रेन शुरू करेंगे। इसका मतलब यह होगा कि ये धरोहर मार्ग पूरी तरह से हरित हो जाएंगे।’
इन रूट पर चलेंगी हाइड्रोजन ट्रेन
- माथेरान हिल रेलवे
- बिलमोरा वघई
- महू पातालपानी
- नीलगिरी माउंटेन रेलवे
- मारवाड़-देवगढ़ मड़रिया
- दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे
- कालका शिमला रेलवे
- कांगड़ा घाटी
देखें हाइड्रोजन ट्रेन की खासियतें
भारतीय रेलवे हाइड्रोजन ट्रेनों को संचालित करने के लिए मौजूदा ट्रेन के इंजन और कोच में कई जरूरी अपडेट किए गए हैं। कोच में Propulsion यूनिट लगाई जाएगी। इसके अलावा इन कोच में विस्टोडियम कोच लगाए जाएंगे। विस्टोडियम कोच से इन रूट पर चलने से अलग ही फील आएगा।
वही भारत से पहले जर्मनी और चीन में यह ट्रेन चल रही है। जर्मनी में पिछले साल में हाइड्रोजन ट्रेन चलाई गई थी। यह 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से एक बार में 1000 किमी चल सकती है।इसका 2018 में टेस्टिंग की गई थी।