नई दिल्ली- दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में आसमानी आफत से हाहाकार मचा हुआ है। राजधानी में लगातार दूसरे दिन झमाझम बारिश हो रही है इसके चलते चारों ओर पानी पानी हो गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा बंद कर दी गई जिससे हजारों तीर्थयात्री जम्मू और गुफा मंदिर के रास्ते में विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल से हालात का जायजा लिया है।
बात दिल्ली की करें तो यहां भारी बारिश ने 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। चारों तरफ जलभराव ही भराव है मेट्रो ब्रिज बंद कर दिया गया है। कई सांसदों के बंगलों में पानी भर गया है। कई जगहों से पेड़ गिरने दीवार ढहने की खबरें आ रही हैं। आई एम डी के आंकड़ों के मुताबिक 1982 के बाद से जुलाई में 1 दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई है। जम्मू कश्मीर के बड़े हिस्से में गुरुवार रात से बारिश हो रही है जबकि महागुन टॉप और अमरनाथ गुफा मंदिर के आसपास के इलाकों सहित कई ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने तीर्थ यात्रियों को आश्वासन दिया कि वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर रखें। और उन से अनुरोध किया कि वह घबराएं नहीं और समय-समय पर अधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
उधर पंजाब में भी रविवार को सुबह से हो रही बारिश ने टेंशन बढ़ा दी राज्य के कई शहर जलमग्न हो गए हैं। ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने क्षेत्र में जारी लगातार बारिश के बीच सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के आदेश दिए हैं। साथी मंत्रियों से लोगों की मदद करने के निर्देश दिए हैं। वहीं पंजाब पुलिस ने संभावित बाढ़ से उत्पन्न होने वाली किसी भी तरह की आपदा स्थिति से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव और विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला व्यक्तिगत रूप से राज्य में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।जबकि सीपी/ एसएसपी को भी फील्ड में रहने और नियमित अंतराल पर अपने संबंधित जिलों में स्थिति की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने के निर्देश दिए गए है।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल एसटीआरएफ की टीमें अलर्ट पर है। और किसी भी तरह के संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें भी तैयार है। बचाओ अभियान चलाने और बाढ़ से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए s.a.s. नगर और फतेहगढ़ साबित सहित बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सेना को भी अलर्ट रहने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। स्पेशल डीसीपी ने राज्य के लोगों से धैर्य रखने और प्रशासन प्रशासन पुलिस के साथ सहयोग करने का भी आग्रह किया। उन्होंने निचले या बाहर इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की है। कि वे सुरक्षित स्थानों या संबंधित जिला प्रशासन द्वारा स्थापित राहत केंद्र पर चले जाए।