नई दिल्लीः 500 साल बाद भगवान श्री राम अयोध्या में एक बार फिर भगवान श्री राम विराजमान हो गए। पीएम मोदी की मौजूदगी में गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कर दी गई। अयोध्या को आज प्रभू राम के रंग में रंगाया गया, जहां जगह-जगह रामधुन की गूंज सुनाई दी।
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की चर्चा देश ही नहीं विदेशों में भी खूब सुनाई दी। इस बीच भारत से छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले कनाडा ने भी आज के दिन को बड़ा महत्व दिया। अमेरिका के पड़ोसी देश के कनाडा में मंदिर को लेकर अनोखा उत्साह देखने को मिला है। वैसे दोनों देशों के बीच रिश्ते ठीक-ठाक नहीं है, क्योंकि सितंबर के महीने से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कनाडा की जस्टिन ट्रूडो ने बड़ा फैसला लिया है।
कनाडा ने लिया बड़ा फैसला
भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को लेकर कनाडा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कनाडा सरकार ने हिंदू आस्था का ध्यान रखते हुए 22 जनवरी को एक विशेष दिन घोषित किया है। कनाडा के ओंटारियो में स्थित ओकविले और ब्रैम्पटन शहरों ने ऑफिशियली तौर पर 22 जनवरी को विशेष दिन घोषित करने का फैसला किया है।
22 जनवरी के महत्व को देखते हुए ओकविले के मेयर रॉब बर्टन और ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने हिंदू समुदाय की आस्था का मान बनाया है। इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन के सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व पर भी विशेष जोर दिया है। उन्होंने राम मंदिर के उद्घाटन को शांति, एकता और सद्भाव के मूल्यों का प्रमाण करार दिया है।
इतने साल का इंतजार खत्म
भारत से खटास रिश्तो के बीच कनाडा के स्थानीय सरकारों ने राम मंदिर से उद्घाटन से जुड़े महत्वपूर्ण अवसर के सम्मान में 22 जनवरी, 2024 को एक विशेष दिन के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है। किया है। 5 शताब्दी के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हो गया।
पीएम नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह का नेतृत्व किया। सदियों पुराने सपनों और आकांक्षाओं की परिणति का प्रतीक होगा। जानकारी के लिए बता दें कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए देशभर से लोगों को आमंत्रित किया गया था। इस मौके पर देशभर में गजब का उत्साह देखने को मिला।