नई दिल्लीः जून का महीना शुरू हो गया है, जिसमें गर्म सब रिकॉर्ड तोड़ देती है, देशभर के ज्यादातर हिस्सों में तापमान चालीस डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहता है। कुछ इलाके तो ऐसे हैं, जहां तापमान 45 डिग्री से ऊपर चला जाता है, जो हर किसी को पसीने से सराबोर कर देता है।
इसमें सबसे खास बात यह है कि जून के प्रथम सप्ताह में ही मानसूनी बारिश भी भारत में प्रवेश कर जाती है, जिससे जगह-जगह बारिश का सितम देखने को मिलता है। इस बार भी कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन मानसून जलद् ही भारत में प्रवेश कर जाएगा। ऐसे में सबके मन में सवाल उठ रहा होगा कि मानसून भारत में किस रूट से प्रवेश करता है, जिन्हें जानना जरूरी है। आपने अगर रूट को नहीं जाना तो फिर ज्ञान अधूरा रह जाएगा।
जानिए मानसून से जुड़ी जरूरी बातें
आईएमडी के मुताबिक मानसून अब उठना शुरू होने वाला है, जो जल्द ही भारत में प्रवेश करेगा। मानसून पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप को कवर करता है, जो म्यांमार की ओर तरफ चला जाता है। सामान्य तौर पर 15 जून तक देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश अपना असर दिखाने लगती है।
दक्षिण पश्चिम मानसून को अंडमान निकोबार द्वीप समूह के सबसे उत्तरी छोर से होकर जाता है। जानकारीर के मुताबिक, अप्रैल-मई महीने में बिन मौसम बरसात होने का सबसे बड़ा कारण है क्लाइमेट परिवर्तन और पश्चिम विक्षोभ का सक्रिय होना बताया जा रहा है। साल 2023 के अप्रैल महीने में अधिकतर 5 पश्चिमी पश्चिम विक्षोभ आए।
किस रूट से भारत में एंट्री करता है मानसून
अब मानसून का समय नजदीक आ रहा है, जिसे जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। मानसून अरब सागर की तरफ भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट पर आने वाली हवाों को कहते हैं, जो भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश में तेज बारिश होती है। सबसे पहले मानसून समुद्री तट पर बसे केरल राज्य में प्रवेश करता है, जहां झमाझम बारिश होती है। यहां मानसूनी हवाें, भारत के दक्षिणी और उत्तरी इलाकों की ओर लेकर जाती है। इससे पश्चिमी घाट से लगे राज्यों में सबसे पहले मानसून दस्तक प्रदान करता है।