नई दिल्लीः उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक भीषण गर्मी का सितम जारी है, जिससे लोगों त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे हैं। गर्मी से हालात इतने बदतर हैं कि लोग बरसती आग से बचने को छाता लेकर घरों से निकलने को मजबूर हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व आसपास के हिस्सों में तेज बारिश ने लोगों का जीना हराम कर दिया है।
उत्तराखंड के पहाड़ी हिस्सों में अभी भी सुबह-सुबह बर्फबारी जारी है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत महसूस हो रही है। दक्षिण भारत के कई राज्यों में तापमान चालीस डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया जा रहा है, जो हर किसी का पसीना निकालने के लिए काफी है।
पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश से बुरा हाल है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने देश के कई राज्यों में बादलों की चमक और गरज के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी कर दी है।
इन इलाकों में बादलों की गरज के साथ तेज बारिश
आईएमडी के अनुसार, तटवर्ती पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार में तापमान में 42°C और 45°C के बीच वृद्धि जारी रहने की उम्मीद जताई गई है। सामान्य से 4 से 8 डिग्री सेल्सियस अधिक, कई इलाकों में भीषण गर्मी की स्थिति देखने को मिल सकती है। इसके अलावा पश्चिम असम, त्रिपुरा, दक्षिण गुजरात, तमिलनाडु और पुदुचेरी सहित कई इलाकों में मौसम गर्म बने रहने की उम्मीद है।
आगामी पांच दिनों में आंतरिक कर्नाटक में भी गर्म रातें होने चेतावनी जारी कर दी गई है। इसके साथ ही पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के कई इलाकों में तेज़ हवाएं जारी रह सकती हैं। भारत के दक्षिणी इलाकों में, केरल और माहे और लक्षद्वीप में बादलों की गरज के साथ बारिश हो सकती है।
24 घंटे में होगी झमाझम बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 24 घंटे में उत्तराखंड में बादलों की गरज के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद जताई गई है। पूर्वोत्तर भारत में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश देखने को मिल सकती है।
विदर्भ, मराठवाड़ा और दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में बारिश देखने को मिल सकती है। पंजाब के उत्तरी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छिटपुट ओलावृष्टि दर्ज की जा सकती है। उत्तरी हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश और मेघ गर्जना की उम्मीद जताई गई है।
केरल और दक्षिणी तमिलनाडु में मामूली बारिश होने की चेतावनी जारी कर दी है। गंगीय पश्चिम बंगाल में कई हिस्सों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार और सौराष्ट्र में लू की संभावना बनी हुई है।