Post Office: सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। नवरात्रि के अवसर पर इस योजना में कुछ नए बदलाव किए गए हैं। अब बेटियों के लिए इस योजना में खाता खुलवाना और भी आसान हो गया है।

इस बार डाक विभाग ने इसे नई दिशा देने की पहल की है। “समृद्ध सुकन्या-समृद्ध समाज” अभियान के तहत डाक विभाग अब बेटियों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में खाता खुलवाने की प्रक्रिया को और भी आसान बना रहा है। इस अभियान के तहत अब मात्र ₹250 की मामूली रकम से बेटी के उज्ज्वल भविष्य के लिए सुरक्षित निवेश शुरू किया जा सकता है।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम

यह योजना न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम भी है। उत्तर गुजरात क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव के अनुसार, अब तक सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों के 15.72 लाख से अधिक खाते खोले जा चुके हैं। इन खातों का उद्देश्य शिक्षा और विवाह जैसे आवश्यक खर्चों के लिए अग्रिम बचत करना है।

नवरात्रि में बेटियों को मिलेगा आर्थिक सुरक्षा का तोहफा

सुकन्या समृद्धि खाता खोलने की यह पहल नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन से जुड़ी एक विशेष परंपरा बन सकती है। जब घरों में बेटियों की पूजा की जाती है और उपहार दिए जाते हैं, तो उनका भविष्य निधि खाता खोलना और उन्हें सुरक्षित भविष्य का उपहार देना एक सम्मानजनक कदम साबित हो सकता है।

कैसे खोलें सुकन्या समृद्धि खाता

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलने के लिए लड़की का जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड और कुछ फोटो लेकर नजदीकी डाकघर में संपर्क करना होगा। इस योजना के तहत 10 साल तक की उम्र की लड़कियों के लिए खाता खोला जा सकता है और ₹250 से ₹1.5 लाख तक जमा किए जा सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना कैलकुलेटर

मान लीजिए कि आपकी बेटी 4 साल की है और आप 15 साल तक हर महीने ₹10,000 निवेश करना चाहते हैं। इस योजना के तहत आपको हर साल ₹1,20,000 जमा करने होंगे। जब आपकी बेटी 19 साल की हो जाएगी, तो आपका निवेश परिपक्व हो जाएगा। 8% प्रति वर्ष की ब्याज दर पर, आप परिपक्वता के समय लगभग ₹56 लाख प्राप्त कर सकते हैं।

ब्याज दर और कर छूट

सुकन्या समृद्धि योजना वर्तमान में 8.2% ब्याज प्रदान करती है, जो किसी भी अन्य छोटी बचत योजना की तुलना में बहुत अधिक है। इसके अलावा, आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत ₹1.5 लाख तक की राशि पर कर छूट भी मिलती है, जो इस योजना को और भी अधिक फायदेमंद बनाती है।डाक विभाग की यह पहल न केवल बेटियों के लिए वित्तीय सुरक्षा का रास्ता खोल रही है, बल्कि यह “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसे अभियानों के साथ मिलकर एक जन जागरूकता आंदोलन भी बन रही है।