नई दिल्ली: आईपीएल 2025 के सीजन में संजू सैमसन का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है, और इसका कारण उनकी फिटनेस रही है। इस सीजन में वह राजस्थान रॉयल्स के कप्तान के तौर पर ज्यादा मैचों में नजर नहीं आए, जिसके कारण टीम का प्रदर्शन भी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा। नतीजतन, राजस्थान रॉयल्स प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई है। इस दौरान संजू सैमसन केरल के लिए घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, जहां हाल ही में एक विवाद ने तूल पकड़ा। यह विवाद एस श्रीसंत द्वारा की गई एक टिप्पणी से जुड़ा है, जिसके कारण केरल क्रिकेट संघ ने उनके खिलाफ कड़ा फैसला लिया है।

जब 2025 के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का ऐलान हुआ, तो संजू सैमसन का नाम उसमें नहीं था। इसके बाद एस श्रीसंत ने एक विवादित बयान दिया, जिसमें उन्होंने संजू सैमसन के चयन को लेकर केरल क्रिकेट संघ (KCA) पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सैमसन को विजय हजारे ट्रॉफी में टीम से बाहर किए जाने का असर उनके चैंपियंस ट्रॉफी के चयन पर पड़ा। श्रीसंत का यह बयान KCA के लिए परेशानी का कारण बन गया।

30 अप्रैल को KCA की एक मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि श्रीसंत पर तीन साल का प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके अलावा, KCA ने श्रीसंत और उनकी कोल्लम एरीस टीम, अलपुझा टीम और अलपुझा रिपल्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इससे पहले, केसीए ने संजू सैमसन के पिता सैमसन विश्वनाथ और अन्य लोगों के खिलाफ भी मुआवजे का दावा करने का फैसला लिया था, जो संजू के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे थे।

श्रीसंत का बयान और KCA का रिएक्शन

श्रीसंत ने एक मलयालम टीवी चैनल पर चर्चा के दौरान संजू सैमसन के पक्ष में बयान दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि KCA ने सैमसन को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम से बाहर किया, जिससे उनका चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चयन प्रभावित हुआ। इस बयान के बाद KCA ने अपनी नाराजगी जताई और इस मुद्दे पर कार्रवाई की। हालांकि, KCA ने फ्रेंचाइजी टीमों के जवाबों को संतोषजनक माना और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।