Minimum balance rule on savings account. देश के बैंकिंग सेक्टर में सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस रखना ना रखने पर एक अलग बहस छिड़ी हुई है। जो खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने पर पेनल्टी लगाते हैं तो ऐसे भी कई बैंक है जिन्होंने इस पेनल्टी को बिल्कुल ही खत्म कर दिया है। अगर आप भी इन सरकारी बैंक में से एक में बैंक खाता रखते हैं। तो आपको बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इन बैंकों ने इस नियम को तहत पेनल्टी हटा दी है।

आप को बता दें कि बैंकों ने मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने के नाम में पिछले कई सालों से करोड़ों रुपए ग्राहकों से वसुले है, जिससे अब खबरों में सामने निकल के आया है कि देश के इन 4 सरकारी बैंकों ने  सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस का नियम हटा दिया है, और लगने वाली पेनाल्टी खत्म कर दी है, तो वही यहां पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, पीएनबी और इंडियन बैंक जैसी बैंक है।

जानिए क्या होता है मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं

दरअसल हर बैंक अफने ग्राहकों से कहती है कि सेविंग खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन रहना चाहिए, जिससे अगर बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस से कम राशि हो तो बैंक AMB बनाए  नहीं रखने पर जुर्माना लगाते हैं। बैंकों के सेविंग खाते के प्रकार के आधार पर जुर्माना अलग-अलग होता है। हालांकि देश के कई प्रमुख बैंकों ने अपने बचत खाताधारकों को बड़ी राहत दी है, जिससे औसत मासिक बैलेंस  की अनिवार्यता को खत्म करने का ऐलान किया है।

इन बैंक ग्राहकों को मिलेगी बड़ी राहत

बैकों के इस कदम से ग्राहकों के बीच में अच्छा संदेश जाएगा, क्योंकि खाते में पैसा नहीं होने पर ग्राहकों की रकम काट ली जाती थी। हालांकि पंजाब नेशनल बैंक (PNB),कैनरा बैंक,भारतीय स्टेट बैंक (SBI),इंडियन बैंक  इन बैकों में अगर आप का खाता है, तो ऐसा नहीं होगा।