HDFC Bank reduced interest on loans. देश की सबसे बड़ी प्राईवेट बैकों के लिस्ट में शामिल एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने बड़ा बदलाव कर दिया है, जिससे लोन आवेदन करने वाले करोड़ों ग्राहकों के लिए खुशखबरी है। HDFC Bank ने लोन की ब्याज दरों को कम  किया है। काफी समय बाद बैंक ने MCLR में सीधे 0.30 फीसदी की कटौती की है। जिससे लोन लेना बहुत ही सस्ता हो जाएगा।

आप को बता दें कि जो ग्राहक इन समय एचडीएफसी बैंक लोन आवेदन के लिए जाते हैं, तो आप के फाइल में कम इंटरेस्ट रेट चार्ज हुआ देख सकते हैं। क्योकि बैंक ने काफी समय के बाद में MCLR में सीधे 0.30 फीसदी की कटौती की है।

जानिए क्या है MCLR

बता दें कि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) सीधे तौर पर लोन की दरों से जुड़ा होता है। बैंक कोई भी लोन MCLR की दरों से कम में होम लोन या कार लोन नहीं दे सकता। ऐसे में अगर बैंक MCLR घटाता है तो लोन की दरें अपने आप कम होंगी। यानि कहने का मतबल यह है कि लोगों के लोन की EMI बोझ MCLR पर निर्भर करती है।

HDFC Bank  पहली नहीं है, जिसने MCLR को घटाया इससे पहले कई बैंकों ने यह दर में कमी की है। तो वही HDFC Bank ने सभी पीरियड पर MCLR में 0.30 फीसदी की कटौती कर दी है। जिससे यहां परसे होम, कार और पर्सनल लोन की EMI कम होती है। बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अभी तक 1 फीसदी रेपो रेट घटा चुकी है। जिससे बैंक भी अपने यहां पर MCLR दर में कमी कर रही है।

HDFC Bank के जुलाई में MCLR दरें

पीरयड नया MCLR (7 जुलाई 2025) पुराना MCLR (7 जून 2025)
ओवनाइट 8.60% 8.90%
एक महीना 8.60% 8.90%
तीन महीना 8.65% 8.95%
छह महीना 8.75% 9.05%
1 साल 8.75% 9.05%
2 साल 8.75% 9.10%
3 साल 8.80% 9.10%

नोट- यह जानकारी HDFC के वेबसाइट से जुटाई गई है।

एचडीएफसी बैंक की नई MCLR दरें 7 जुलाई 2025 से लागू हो गई है। जिससे ग्राहकों को लोन पर लाभ मिलने लगेगा। तो वही आप को जरुर बात बता दें कि जब RBI रेपो रेट में बदलाव करता है, तो उसका असर MCLR पर भी होता है। जिसके बाद में बैंक MCLR को तय करती है। जिसका असर बैंक डिपॉजिट पर ब्याज दरें, रेपो रेट, ऑपरेशनल कॉस्ट और CRR की लागत के आधार पर तय होता है।

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