AC Tips: अप्रैल का महीना खत्म होने को है, गर्मी बढ़ती जा रही है। इस बढ़ती गर्मी से राहत दिलाने में पंखे और कूलर भी बेअसर साबित हो रहे हैं। वैसे तो अप्रैल में कूलर और पंखे ही काफी होते हैं, लेकिन मई, जून और जुलाई की चिलचिलाती गर्मी में एयर कंडीशनर (एसी) ही असली सहारा बनते हैं।
गर्मी से राहत दिलाने वाला एसी जहां एक तरफ सुकून देता है, वहीं दूसरी तरफ बिजली की खपत की चिंता भी बढ़ाता है। एसी चालू होते ही बिजली के बिल में उछाल आ जाता है। यही वजह है कि कई लोग एसी लगवा तो लेते हैं, लेकिन उसे पूरा दिन चलाने की बजाय सीमित घंटों तक ही इस्तेमाल करते हैं, ताकि बिजली का बिल कंट्रोल में रहे।
ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आपका एसी एक घंटे में कितनी बिजली खपत करता है? आज हम इस सवाल का जवाब एक उदाहरण से समझेंगे कि अगर आप रोजाना लगातार 8 से 10 घंटे एसी चलाते हैं, तो इससे कितनी बिजली खपत होती है और आपका बिजली का बिल कितना आ सकता है।
10 घंटे एसी चलाने पर बिल कितना आएगा?
अगर आपके पास 1.5 टन का एसी है, तो यह आमतौर पर हर घंटे करीब 2.25 यूनिट बिजली की खपत करता है। अगर आप रोजाना 10 घंटे एसी चलाते हैं, तो यह एक दिन में करीब 22.5 (10×2.25) यूनिट बिजली की खपत करेगा। ऐसे में एक महीने (30 दिन) में एसी की खपत करीब 675 (30×22.5) यूनिट तक पहुंच सकती है।
10 घंटे एसी चलाने पर कितना बिल आएगा?
अगर आपके पास 1.5 टन का एसी है, तो यह आमतौर पर हर घंटे करीब 2.25 यूनिट बिजली की खपत करता है। अगर आप रोजाना 10 घंटे एसी चलाते हैं, तो यह एक दिन में करीब 22.5 (10×2.25) यूनिट बिजली की खपत करेगा। ऐसे में एक महीने (30 दिन) में एसी की खपत करीब 675 (30×22.5) यूनिट तक पहुंच सकती है।
अगर आपके इलाके में प्रति यूनिट बिजली की दर ₹7 है, तो अकेले AC का मासिक बिल करीब ₹4,725 (675×7) आता है। वहीं, अगर फ्रिज, कूलर, वॉशिंग मशीन जैसे दूसरे उपकरणों का भी इस्तेमाल किया जाए, तो कुल बिजली बिल ₹6,000 से ₹8,000 तक पहुंच सकता है।
हर घंटे के हिसाब से इतना आएगा बिल
अगर आप रोजाना 6 घंटे AC चलाते हैं, तो महीने में कुल 405 यूनिट बिजली खर्च होगी, जिससे आपका बिल करीब ₹2,835 आएगा।
अगर आप रोजाना 8 घंटे AC चलाते हैं, तो 540 यूनिट बिजली की खपत होगी और बिल ₹3,780 तक पहुंच सकता है।
वहीं, अगर आप रोजाना 12 घंटे AC चलाते हैं, तो महीने में करीब 810 यूनिट बिजली खर्च होगी और आपका बिल ₹5,670 तक जा सकता है। ध्यान रहे, ये आंकड़े ₹7 प्रति यूनिट के हिसाब से निकाले गए हैं। अगर आपके इलाके में बिजली की दर इससे ज़्यादा है, तो बिल भी उसी हिसाब से बढ़ेगा।