नई दिल्ली: पाकिस्तानी हैकर्स ने यूट्यूब के कॉपी ऐप बनाया है और इसका यूज करके भारतीयों को निशाना बनाया है। इन ऐप्स को स्मार्टफोन में घुसने और यूजर्स की जासूसी करने के लिए बनाया गया है। साइबरसिक्योरिटी कंपनी SentinelOne की रिपोर्ट के अनुसार, इन ऐप्स का यूज CapraRAT टूल के साथ किया जा रहा है। यह एक खास टूल है, जो एंड्रॉइड डिवाइस की सारी एक्टिविटी को कंट्रोल कर सकता है। मिडिया खबरों के मुताबिक, इस टूल का यूज करके कश्मीरी ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट की जासूसी की जा रही है।
इसे भी पढ़ें- Video: बाबर आज़म ने सिक्योरिटी गार्ड के साथ कर दी ऐसी हरकत जिससे मच गया तहलका, वीडियो हुआ वायरल
ये हैं वो ऐप्स
com.Base.media.service
com.moves.media.tubes
com.videos.watchs.share
अगर आप सुरक्षित रहना चाहते हैं तो इन ऐप्स को डाउनलोड या इंस्टॉल न करें। सुरक्षित रहने का यही एक उपाय है।
इसे भी पढ़ें- POCO M6 Pro Review: 10 हजार रुपये से कम में आता है यह 5G स्मार्टफोन, जानिए खरीदने की खास वजह
किस तरह बनाया जा सकता है निशाना
इस ऐप के इस्तेमाल से स्मार्टफोन के माइक्रोफोन के साथ ही फ्रंट और रियर कैमरे को रिकॉर्ड किया जा सकता है।
यह ऐप SMS और मल्टीमीडिया संदेश, कॉल लॉग, और अन्य मेसेज को इकठ्ठा कर सकता है।
इन ऐप से बिजनेस द्वारा भेजे जाने वाले मैसेज और आने वाले कॉल्स को ट्रैक किया जा सकता है।
ये ऐप खुद कॉल कर सकता है और स्क्रीनशॉट ले सकता है।
ये ऐप जीपीएस और नेटवर्क सेटिंग को ओवरराइट किया जा सकता है और स्मार्टफोन की फाइलों को मॉडिफाइ कर सकता है।