नई दिल्ली: Direct to Mobile Technology: अब लोग मोबाइल पर ही कुछ करते हैं। यहां तक कि कोई मूवी देखनी हो तो मोबाइल पर ही देखते हैं। जैसे- लाइव टीवी और OTT प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करना। हालांकि इसके लिए इंटरनेट की जरूरत होती है। पर अब प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बिना इंटरनेट के भी कर पाएंगे। दरअसल सरकार की तरफ से जल्द ही D2M यानी डायरेक्ट टू मोबाइल टेक्नोलॉजी जारी की जाने वाली है।
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बता दें कि दूरसंचार विभाग, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, आईआईटी कानपुर और प्रसार भारती इसके लिए एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं। D2M टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल आपतकालीन चेतावनी देने के लिए काम में आएगा। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है D2M टेक्नोलॉजी?
D2M एक D2M प्रसारण तकनीक है, जो बिना इंटरनेट के मोबाइल पर मल्टीमीडिया सामग्री दिखाती है। इस तकनीक का इस्तेमाल आपातकालीन अलर्ट और आपदा प्रबंधन में मददगार होगा। बता दें कि D2M टेक्नोलॉजी में दूरसंचार ऑपरेटर नेटवर्क बैंडविड्थ की जरूरत के बिना लाइव समाचार और मल्टीमीडिया सामग्री का प्रसारण कर सकते हैं। इससे यूजर्स को इंटरनेट डेटा का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा।
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अभी तक क्यों नहीं आई यह तकनीक
बता दें कि 2022 में आईआईटी कानपुर द्वारा प्रकाशित “डी2एम ब्रॉडकास्ट 5जी ब्रॉडबैंड कन्वर्जेंस रोडमैप फॉर इंडिया” पेपर में, यह नोट जारी किया है कि मौजूदा समय में उपलब्ध मोबाइल डिवाइस इस तकनीक का सपोर्ट नहीं करते हैं। इस तकनीक के काम करने के लिए एडवांस स्मार्टफोन, कम शोर वाले एम्पलीफायर, बेसबैंड फिल्टर और रिसीवर की आवशयकता पड़ेगी, जिन्हें बनाने के लिए काम किया जा रहा है।