नई दिल्ली: हमने अक्सर भारतीय किचन में यह देखा है कि दाल हो या सब्जी स्वाद बढ़ाने के लिए लहसुन का तड़का हम जरूर लगाते हैं। लहसुन को आयुर्वेद में तो औषधि तक माना गया है। अक्सर हमे कई सारे डॉक्टर और एक्सपर्ट्स से यह सुनने को मिला है कि इसका निरंतर उपयोग से हमें कई सारे रोगों से निजात मिलता है। अगर कोई भी व्यक्ति जोड़ों के दर्द से परेशान है तो लहसुन के तेल से मसाज करने से उसे इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है। क्या आप जानते है हमारे शरीर के लिए इतना लाभदायक होने के बावजूद लहसुन का इस्तेमाल कई लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। तो आइए आज हम इस खबर के जरिए जानेंगे कि किन लोगों को भूलकर भी लहसुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
जानें कितनी मात्रा में लहसुन का उपयोग करना है सही
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एनसीबीआई के अनुसार आमतौर पर लोगों को लहसुन 3 से 4 ग्राम यानी एक से दो लहसुन की कलियों का खाने में उपयोग करना चाहिए। लहसुन का सेवन आप अगर पका कर या भूनकर करते हैं तो यह आपके लिए बेहद ही उपयोगी माना जाता है।
जानें किन लोगों को नहीं करना चाहिए लहसुन का उपयोग
एसिडिटी
एसिडिटी जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को लहसुन का उपयोग कभी नहीं करना चाहिए। ऐसे लोगों में लहसुन को खाने से सीने में जलन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
पसीने की बदबू
हमने आसपास अपने कई ऐसे लोग देखे हैं जिनके पसीने और मुंह से काफी बदबू आती है। ऐसे लोगों के लिए लहसुन बेहद नुकसानदेह होता है। आहार विशेषज्ञ के अनुसार लहसुन के अंदर मौजूद सल्फर कंपाउंड लंबे समय से मुंह पर बदबू आने का कारण बनता है। ऐसे में लहसुन आपकी ऐसी समस्याओं को और भी बढ़ा देगा।
दवाओं का सेवन
अगर आप अपने खून को पतला करने के लिए किसी भी तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं तो भूलकर भी लहसुन को अपने आहार में शामिल ना करें। ये आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
सर्जरी
वेबमेड सेंट्रल की एक शोध में मालूम चला है कि लहसुन का अत्यधिक खाना हमारे ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर और ब्लीडिंग से सीधा जुड़ा होता है। इसीलिए सर्जरी से दो-तीन हफ्ते पहले से ही हमें लहसुन का बहिष्कार शुरू कर देना चाहिए।
हार्ट बर्न की समस्या
पबमेड सेंट्रल के अनुसार लहसुन का रोजाना आपके आहार में शामिल होने से गैस्ट्रोओसेफेगल रिफ्लेक्स का कारण बनता है। इस स्थिति में हमारे पेट में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। यही कारण है कि हार्टबर्न और पेट से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।