नई दिल्ली। ‘द केरल स्टोरी’ सिनेमाघरों में इन दिनों धूम मचा रही है। अभी तक जितने भी लोगों ने फिल्म को देखा है, सभी इसकी तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं। यह फिल्म धार्मिक रूपांतरण के गंभीर मुद्दे पर बनी है, जो लड़कियों के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में आसिफा का रोल सोनिया बलानी ने निभाया है। अभिनेत्री सोनिया बलानी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि भावनाओं को ठेस पहुंचाना फिल्म का उद्देश्य नहीं था। एक्ट्रेस स्पष्ट करती हैं कि फिल्म तीन लड़कियों की सच्ची कहानी है, जो आतंकवादी संगठन आईएसआईएस द्वारा कट्टरपंथी हैं और अपने सामान्य जीवन को त्यागने और हिंसक और कट्टर आतंकवादी बनने के लिए उनका ब्रेनवाश किया जाता है।
सोनिया ने बताया कि यह रोल प्ले करना उनके लिए कितना चैलेंजिंग था। एक्ट्रेस ने कहा बताया कि फिल्म की सक्सेस से वो बहुत ही ज्यादा खुश हैं, लेकिन होनी खुशी को एक्ट्रेस किसी के साथ सेलिब्रेट नहीं करना चाहती हैं। एक्ट्रेस ने बताया कि उनके लिए ऐसा किरदार निभाना आसान नहीं था, जहां उन्होंने जहां उन्हें हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ बात करनी थी। सोनिया ने बताया कि एक सीन ऐसा था जहां अपनी को-स्टार को कहना था ‘थूक कर आना।
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‘ यह सीन उस को-स्टार को अपने रील लाइफ पिता के साथ करना था। सोनिया बलानी ने बताया कि ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज के बाद सोशल मीडिया के जरिये उन्हें धमिकयां मिलनी शुरू हो गई थी, जिसके बाद वो काफी ज्यादा डर गई थी। सोनिया ने कहा कि लोग बहुत सेंसेटिव हो गए हैं। धमकियां मिलने के बाद एक्ट्रेस ने घर से निकलना भी बंद कर दिया था। सोनिया ने आगे बताया कि सबसे अच्छी बात यह थी कि ऐसे माहौल में भी उनके परिवार वालों ने उनका साथ नहीं छोड़ा। वहीँ दूसरी तरफ अमित मालवीय (Amit Malviya) ने दावा किया है कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से पश्चिम बंगाल में ‘द केरला स्टोरी’ को बैन से हटाने के बावजूद भी फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं की जा रही है। कोलकाता में स्थानीय प्रशासन थिएटर मालिकों को धमका रहे हैं।