नई दिल्ली : बॉलीवुड में 90 का दौर ऐसा समय था। जब बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक अभिनेत्री आई और इन अभिनेत्रियों ने बॉलीवुड पर राज भी किया। इन खूबसूरत अभिनेत्रियों में एक नाम जूही चावला (Juhi Chawla) का भी था। जूही चावला (Juhi Chawla) 90 के दशक के सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक रही है और इस बात में कोई शक नहीं है। उनकी एक्टिंग से लेकर उनकी अदाएं सब कुछ लोगों को काफी पसंद आता था।
अभिनेत्री की लीड एक्ट्रेस के रूप में पहली फिल्म कयामत से कयामत तक थी। उनकी यह फिल्म वर्ष 1988 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में वह बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान के साथ नजर आई थी। जूही चावला (Juhi Chawla) अपनी पहली ही फिल्म से बॉलीवुड में अपनी शख्सियत बनाने में कामयाब हुई। पहली फिल्म के बाद से ही जूही चावला का करियर काफी अच्छा चल रहा था।
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लेकिन वर्ष 1997 में उन्होंने एक बड़ी गलती कर दी और उसके बाद उनका करियर ढलान पर आना शुरू हो गया। वर्ष 1997 में जूही चावला (Juhi Chawla) को एक फिल्म दी गई थी। लेकिन उन्होंने इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया और रिलीज होने के बाद यह फिल्म सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित हुई।
खबरों की माने तो जूही चावला (Juhi Chawla) ने उस फिल्म को करने से सिर्फ इसलिए मना कर दिया था। क्योंकि वह माधुरी दीक्षित के साथ कम्पीटीशन नहीं करना चाहती थी। जूही चावला के मना करने के बाद वह किरदार करिश्मा कपूर को मिल गया। करिश्मा कपूर (Karishma Kapoor) ने उस किरदार को ऐसे निभाया की उनकी गाड़ी चल पड़ी और उन्हें काफी लाइमलाइट मिली।
वही 1957 के बाद जूही चावला के खाते में फ्लॉप फिल्मों की लाइन लगने लग। एक इंटरव्यू के दौरान जूही चावला ने कहा था कि मेरी और माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) के करियर की शुरुआत 80 के दशक में हुई थी और उसके बाद हम दोनों की तुलना होने लगी थी। डर फिल्म के बाद यश चोपड़ा जी ‘दिल तो पागल है’ बनाने वाले थे। वह उस फिल्म में माधुरी दीक्षित को लेना चाहते थे और उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम दूसरा रोल कर लो। यश चोपड़ा जी की बात सुनकर मेरे अंदर असुरक्षा की भावना पैदा हो गई और मेरा ईगो बीच में आ गया। इसी वजह से मैंने उस फिल्म में काम करने से मना कर दिया।