नई दिल्ली: आज के समय में बैंकों (Bank) से लोन (Loan) लेने की प्रक्रिया काफी आसान मानी जा रही है। इसलिए लोग अपनी जरूरत के हिसाब से लोन का फायदा लेना शुरु करते हैं। कार, होम और एजुकेशन लगभग हर तरह के लोन की बात करें तो बैंक को आफर किया जा रहा है। बैंक पर्सनल लोन (Persnol Loan) भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
यही वो लोन है, जिसे असुरक्षित कर्ज माना जा रहा है। कुछ कामों के लिए पर्सनल लोन से बचने की जरुरत होती है। क्योंकि इसकी ब्याज दर काफी ज्यादा माना जा रहा है।
पर्सनल लोन (Personal Loan) बाकी के लोन के मुकाबले काफी महंगा समझा जा रहा है। मतलब ये लोन आपको अधिक ब्याज दर (Interest Rate) पर मिलना शुरु हो जाता है। कई परिस्थितियों में पर्सनल लोन की बात करें तो ब्याज दर 20 फीसदी से भी ऊपर तक पहुंचना शुरु हो जाती है।
पर्सनल लोन के लिए आपको सिक्योरिटी की बात करें तो सोना, घर या कार भी गिरवी रखने की जरुरत नहीं होती है। अगर आपका सिबिल स्कोर बेहतर हो जाता है। तो आपको ये लोन आसानी मिलने में आपको किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। कई बार लोग पर्सनल लोन इस वजह से लेना शुरु करते हैं क्योंकि उनको आगे चलकर किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती है।
कई बार लोग प्रॉपर्टी (Property) खरीदते वक्त डाउन पेमेंट करने को लेकर पर्सनल लोन की सुविधा मिल जाती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा करने की जरुरत नहीं होती है। पर्सनल लोन ऐसा नहीं करने की जरुरत होती है। पर्सनल लोन में प्रॉपर्टी खरीदने के अनुसार आपको फायदा नहीं दिया जा रहा है। साथ ही इसकी ब्याज दर की बात करें तो काफी ज्यादा होता है।
कई बार लोग क्रेडिट कार्ड का बिल (Credit Card Bill) भरने को लेकर पर्सनल लोन का फायदा लिया जा सकता है। चूंकि इसका ब्याज काफी अधिक महंगा समझा जा रहा है। इस वजह से बात करें तो आपको किश्त भी काफी ज्यादा देना होता है। ऐसे में अगर एक बार भी किश्त नहीं भरते हैं तो बोझ बढ़ना भी काफी हो जाता है।