नई दिल्ली: Baal Aadhaar Card.देश में आधार कार्ड दस्तावेज शुरू होने में कम से कम एक दशक से ज्यादा हो गया है। जिससे देश के हर नागरिक के लिए आधार कार्ड का बनना जरुरी हो गया है। तो वही बच्चे के जन्म के कुछ साल होने के बाद ही आधार कार्ड (Aadhaar Card) बनाया जा सकता है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India) यानी कि यूआईडीएआइई आधार कार्ड के लिए नई-नई गाइडलाइन इशू करती रहती है। जिसे नहीं जानने पर लोगों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
हाल ही में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने नई गाइडलाइन में बताया है, कि बच्चों के बाल आधार में बायोमैट्रिक डाटा अपडेट करना अनिवार्य है। आपको बता दें कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों को आधार कार्ड को बाल अधिकार कर कहा जाता है, जिसे नीला कलर से पहचाना जाता है।
बाल आधार कार्ड क्या है कहां बनवाएं?
दरअसल आप को बता दें कि 5 साल के कम उम्र के बच्चों के आधार कार्ड बनाया जाता है। आधार जारी करने वाली संस्था UIDAI नवजात बच्चों के भी आधार कार्ड जारी करता है। हालांकि इस को ब्लू आधार कार्ड कहते हैं। इसे बाल आधार कार्ड (Baal Aadhaar Card) भी कहते हैं। यह नॉर्मल आधार कार्ड की तरह ही होता है, जिसमें बच्चे का नाम, उम्र, फोटो, एड्रेस जैसे डिटेल्स होते हैं।
इस बाल आधार कार्ड में इसमें बच्चे की बायोमेट्रिक जानकारी दर्ज नहीं की जाती है, जिससे ये बायोमेट्रिक जानकारी माता-पिता की दर्ज कराई जाती है। तो वही बाल आधार कार्ड में इसमें बच्चे की बायोमेट्रिक जानकारी को लकेर UIDAI का कहना है कि इसे 5 साल में अपडेट कराया जा सकता है। इस कार्ड को किसी भी आधार केंद्र (Aadhaar Kendra) में जाकर बनवाया जा सकता है।
तो वही अगर आप के बच्चे की उम्र पांच साल हो गई है, और बच्चे का बायोमैट्रिक डेटा अपडेट न करवाया जाए तो आधार कार्ड इनवैलिड हो जाता है। जिससे आप अपने पास के नजदीक आधार सेटर पर जाकर ये काम करवा सकते है।