नई दिल्ली: अगर किसी प्राइवेट और सरकारी संस्था में जॉब करते हुए आपका पीएफ वाला पैसा कट रहा है तो फिर अब मौज है। क्या आपको पता है कि पीएफ कर्मचारियों के लिए भी अब कई धाकड़ स्कीम चलाई जा रही हैं, जो लोगों का दिल जीतने का काम कर रही हैं। हम आपको आज एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके तहत हर महीना पेंशन का फायदा दिया जाएगा। आपकी सब टेंशन ही खत्म हो जाएगी, जिसका आप लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पीएफ कर्मचारियों द्वारा चलाई जा रही स्कीम का नाम ईपीएस योजना है।
इस योजना का लाभ उसी शख्स को मिलेगा, जिसका ईपीएफओ में अकाउंट है। इसके तहत हर महीना पेंशन का फायदा दिया जाएगा, जो मौका हाथ से निकाला तो फिर पछतावा करना होगा। इसलिए जरूरी है कि आप ईपीएस योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर लें, जिससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
Maruti Suzuki Swift 2024: Booking, features, launch date and price
2024 Bajaj Pulsar 125: Powerful bike with powerful updates!
जानिए ईपीएस से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
भारत में अब कई ऐसी धाकड़ स्कीम हैं जो पीएफ कर्मचारियों के लिए वरदान साबित हो रही हैं, जिसका फायदा सीधे मिलेगा। निजी सेक्टर में जॉब करने वाले कर्मचारियों को अब रिटायरमेंट के बाद किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। पीएफ कर्मचारियों को अब ईपीएस के तहत पेंशन का फायदा दिया जाएगा, जो किसी वरदान की तरह साबित होगी।
ईपीएस योजना का फायदा उन्हीं कर्मचारियों को मिलने जा रहा है जिसने मिनिमम 10 साल तक नौकरी की हो या फिर लगातार ज़ब की हो। वैसे भी इस योजना को को साल 1995 में लॉन्च करने का काम किया गया था। नए EPF सदस्य भी शामिल हो सकते थे।
नियोक्ता/कंपनी और कर्मचारी दोनों ही EPF फंड में कर्मचारी की सैलरी में से 12 फीसदी का सामान योगदान रहता है। पीएफ कर्मचारी के योगदान का पूरा हिस्सा ईपीएफ अकाउंट में जाता है। नियोक्ता/कंपनी के शेयर का 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) में और 3.67 प्रतिशत हर महीने ईपीएफ में ट्रांसफ होता है।
इतनी उम्र के बाद मिलेगी पेंशन
आपको जानकर खुशी होगी कि पीएप कर्मचारियों को कितनी उम्र के बाद हर महीना पेंशन मिलेगी। आपने 10 वर्ष तक नौकरी की हो आपकी उम्र 58 साल हो बता दें कि आप 50 वर्ष की आयु होने पर ईपीएस से पैसे निकालना शुरू हो जाएगी। आप दो साल (60 साल की उम्र तक) के लिए अपनी पेंशन को रोक भी सकते हैं। इससे हर साल 4% की अतिरिक्त दर से पेंशन का लाभ मिलेगा। अब न्यूनतम पेंशन राशि बढ़ाकर 1000 रुपये करने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही मासिक पेंशन योग्य सैलरी को 15,000 रुपये तक बढ़ाया गया है।