नई दिल्ली SIP Investment: काफी सारे लोग हैं जो कि शेयर मार्केट में निवेश करने से परहेज करते हैं क्यों कि उनको शेयर के उतार-चढाव से समस्या होने लगती है। अगर आप भी शेयर मार्केट में इनवेस्ट करने का लाभ उठाना चाहते हैं लेकिन शेयरों में निवेश से बचना चाहते हें तो आपको म्युचुअल फंड में एसआपी के द्वारा निवेश करना चाहिए। लॉन्ग टर्म के लिए पैसे जुटाने के मामले में एसआईपी एक काफी अच्छा ऑप्शन मिलकर सामने आया है।
एसआईपी उन लोगों के लिए निवेश का शानदार ऑप्शन है जो कि निवेश का अनुशासन बनाने और शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव से प्रभावित हुए बिना मंथली एक फिक्स रकम का निवेश करते रहना चाहते हैं।
एसआईपी में केवल कमाई करने का ऑप्शन नहीं है। बल्कि ये आपके भविष्य के लिए रेगुलर इनकम का एक जरिया भी बन सकता है। अगर आप 25 साल के हैं तो आप 3 हजार रुपये से अपने एसआईपी प्लान के निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
आपको ऐसा लग सकता है कि ये सागर में एक बूंद की तरह ही है। लेकिन आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि अगले 35 सालों के बाद जब आप रिटायर करेंगे तो आप केवल निवेश कर रहे होंगे बल्कि आप रिटायरमेंट के बाद की एक फिक्स इनकम का जुगाड़ कर पाएंगे।
25 सालों की इनकम में 3 हजार रुपये मंथली की एसआईपी से निवेश आपके पैसे को बढ़ने का पूरा मौका मिलेगा। आपके निवेश में कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है और जब आप रिटायरमेंट की आयु के करीब पहुंचते हैं तो आपको फिक्स इनकम का एक स्त्रोत भी देता है।
अगर आप 3 हजार रुपये मंथली का निवेश करने की सोचते हैं तो 35वें साल तक 5 फीसदी सालाना बढ़ोतरी के हिसाबह से ये 15,760 रुपये मंथली का निवेश हो जाता है। इसका उद्देश्य ये हैं कि अपने सिर्फ निवेश के पहले साल में आप 36 हजार रुपये का निवेश एसआईपी में करते हैं जबकि 35वें साल में 1.89 लाख रुपये का निवेश करते हैं।
अगर हम 12 फीसदी औसतन रिटर्न के हिसाब से सोचें तो 35 सालों में आपने 32.51 लाख रुपये का निवेश करते हैं और आपके निवेश की गई राशि बढ़कर 2.99 करोड़ रुपये हो जाती है जी हां आप 35 साल में तकरीबन 3 करोड़ रुपये की रकम के मालिक बन चुके हैं।
अगर आप 3 करोड़ रुपये अपने रिटायरमेंट फंड में डालते हैं तो एफडी के 6 फीसदी सालाना रेट के हिसाब से आपको 1.5 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो जाती है।