नई दिल्ली। क्रिकेट इंडस्टी के दिग्गज खिलाडी सचिन तेंदुलकर सोशल मीडिया पर इस समय छाए हुए हैं। सोशल मीडिया पर दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को किसी गेमिंग ऐप का विज्ञापन करते देखा गया है, तो आप सावधान हो जाएं, यह एक डीपफेक है।
वास्तव में, आप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है इस वीडियो को देखकर आसानी से मूर्ख बन सकते हैं। इस वीडियो को देखने के बाद कुछ लोगों को ऐसा लग रहा है कि सचिन सच में विज्ञापन कर रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाए गए इस वीडियो में सचिन गेम को प्रमोट करते हुए दिखाई जा रहे हैं। इस वीडियो ने क्रिकेटर को नींद से जगा दिया है।
फर्जी वीडियो पर सचिन की सख्त राय
सचिन ने अपने फैंस और लोगों को पहले ही इस वीडियो के फर्जी होने की जानकारी देते हुए लिखा है- “ये वीडियो नकली है और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है। इस वीडियो से आपको सावधान रहने की बहुत ही ज्यादा जरुरत है।
These videos are fake. It is disturbing to see rampant misuse of technology. Request everyone to report videos, ads & apps like these in large numbers.
Social Media platforms need to be alert and responsive to complaints. Swift action from their end is crucial to stopping the… pic.twitter.com/4MwXthxSOM
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) January 15, 2024
टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग करना एकदम गलत है।” साथ ही, उन्होंने वीडियो पर रिपोर्ट करने की अपील की है और इसे देखने वालों से अनुरोध किया है कि ऐसे वीडियो, ऐप्स, या विज्ञापनों को तुरंत रिपोर्ट करें। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी सावधान रहने और इस प्रकार की शिकायतों पर तत्परता बनाए रखने की अपील की है।
सचिन तेंदुलकर के डीपफेक वीडियो में क्या है?
इस डीपफेक वीडियो में “स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट” गेमिंग ऐप का प्रमोशन हो रहा है, जहां ऐसा लगता है कि सचिन क्रिकेट गेम को प्रमोट कर रहे हैं और इसके माध्यम से लोगों को पैसा कमाने में मदद कर रहे हैं।
वीडियो में स्पष्ट रूप से हेरफेर किया जा रहा है, न केवल उनके चेहरे का उपयोग किया जा रहा है, बल्कि उन्हें क्रिकेटर की तरह दिखने के लिए तकनीक का भी उपयोग किया जा रहा है। सचिन का ये वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर काफी ही तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखने के बाद काफी लोग धोखा भी खा रहे हैं।
Thank you @sachin_rt for this tweet #DeepFakes and misinformation powered by #AI are a threat to Safety&Trust of Indian users and represents harm & legal violation that platforms hv to prevent and take down.
Recent Advisory by @GoI_MeitY requires platforms to comply wth this… https://t.co/DGe2utFjBM
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) January 15, 2024
Rajeev Chandrasekhar ने इस ट्वीट के लिए सचिन का धन्यवाद भी किया है। #AI द्वारा संचालित #DeepFakes और गलत सूचनाएं भारतीय उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और विश्वास के लिए खतरा हैं।