नई दिल्ली Uniform KYC Process: केवाईसी के बारे में सभी को पता होगा। बैंक में खाता ओपन कराना हो, किसी पॉलिसी को लेना हो या फिर शेयर मार्केट में पैसा लगाने हो, केवाईसी के बिना किसी भी काम को नहीं कर सकते है।
लेकिन हाल ही में फाइनेंशियल मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने यूनिफॉर्म केवाईसी को लाने की बात की है। अगर यूनिफॉर्म केवाईसी लागू हो जाती है तो ग्राहकों को बार-बार केवाईसी कराने के झंझट के मुक्ति मिल जाएगी। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
फटाफट जानें क्या है यूनिफॉर्म केवाईसी
केवाईसी ग्राहक की पहचान प्रक्रिया है। फाइनेंशियल सेक्टर में किसी भी सर्विस के लिए आपको केवाईकी करानी होती है। इस प्रोसेस में काफी सारी कागजी कार्रवाई गोती है। इसके साथ में समय भी लगता है। इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए यूनिफॉर्म केवाईसी को पेश किया है।
यानि कि इसके आने के बाद आपको बार-बार केवाईसी नहीं करानी पड़ेगी। इसके लिए सिर्फ एक बार कागज जमा करने होंगे। अब सरकार केवाईसी प्रोसेस को और भी मजबूत करने के लिए यूनिफॉर्म केवाईसी के ऑप्शन को लाने की तैयारी में हैं।
कैसे काम करेगा यूनिफॉर्म केवाईसी
यूनिफॉर्म केवाईसी के लिए आपको अपने कागजों को जमा करना होगा इसके बाद 14 अंको का एक केवाईसी नंबर दिया जाएगा। आप किसी भी प्रकार के वित्तीय कामकाज में जहां पर केवाईसी की आवश्यकता होती है। वहां पर नंबर का उपयोग कर सकते हैं। इससे ग्राहकों के लिए केवाईसी प्रोसेस काफी आसान हो जाएगा। उनको डिटेल और कागजों को हर बार वेरिफाई करने की आवश्यकता नहीं होगी।
सीकेवाईसी कराने के फायदे
बार-बार केवाईसी कराने के झंझट के निजात मिलेगी। इसके साथ में ग्राहकों को इससे काफी सहुलियत भी मिलेगी और उनका समय भी बचेगा। हर बार दस्तावेजों को जमा करने की आवश्यकता भी नहीं होगी। फाइनेंशियल कंपनियों के लिए दस्तावेजों वेरिफिकेशन प्रोसेस को आसान किया जाएगा। साइबरफ्रॉड का जोखिम भी कम होगा।
सीकेवाईसी कैसे करा सकते हैं?
आपको इसके लिए परेशानी होने की जरुरत नहीं है। जब भी आप बैंक में कोई खाता ओपन कराएंगे या फिर किसी दूसरी वित्तीय संस्था में कोई काम करेंगे, जिसमें केवाईसी की आवश्यकता हो, तो वहां पर आपको फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन खुद सीकेवासी करवाने का मश्वरा देगें। बहराल सीकेवाईसी का ऑप्शन चुनना हो या फिर नहीं ये आपके ऊपर डिपेंड करता है। इसको लेकर किसी भी प्रकार का रिस्ट्रैक्शन नहीं होगा।