नई दिल्ली: अगर आपके घर में कोई रेलवे कर्मचारी या फिर आप खुद हैं तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी आई है। केंद्र में मोदी सरकार ने दीपावली से पहले लाखों रेलवे कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दे दिया है। जिससे कर्मचारी के घर में खुशखबरी दोड़ गई है। सरकार के द्धारा ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 78 दिनों के बराबर बोनस देने को मंजूरी दे दी गई। सरकार के इस फैसले से कर्मचारी कितना लाभ होने वाला है। इस खबर में जानते हैं।
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दरअसल आप को बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में रेलवे कर्मचारियों को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 78 दिनों के बराबर बोनस देने को मंजूरी दे दी गई। सरकार का कहना है कि, 78 दिनों के वेतन के बराबर प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस का भुगतान नॉन-गजेट रेलवे कर्मचारियों को कर दिया गया है।
वही बताया जा रहा हैल रि 78 दिनों के प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस दिए जाने पर 1832.09 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। सरकार इतना बोझ उठाने जा रही है। वही रेलवे कर्मचारियों के मन में ये सवाल होगा कि कितना तक सरकार खातें में बोनस को भेजने वाली है इसके बारे में नजर डालते हैं।
आप को बता दें कि बोनस के कैलकुलेशन के लिए 7000 रुपये प्रति महीने का प्रोडक्टिविटी लिंक्ड इंसेंटिव निर्धारित किया गया है।यानि किसी भी रेल कर्मचारी को 78 दिनों के लिए ज्यादा से ज्यादा 17,951 रुपये का बोनस मिल सकता है। अब आपको बताते हैं किस प्रकार रेल कर्मचारी को प्रोडक्टिविटी लिंक्ड इंसेंटिव ता फायदा मिलेगा।
- अगर रेल कर्मचारी का हर महीने प्रोडक्टिविटी लिंक्ड इंसेंटिव 5000 रुपये तय किया जाता है तो उसे 78 के बोनस के तौर पर 13,000 रुपये बैंक खातें में डाले जाएगें।
- यदि रेल कर्मचारी का हर महीने प्रोडक्टिविटी लिंक्ड इंसेंटिव 6000 रुपये तय किया जाता है तो उसे 78 दिनों के बोनस के रूप में 15,600 रुपये बैंक खातें में डाले जाएगें।
- वही ऐसे रेल कर्मचारी का प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस 3000 रुपये महीने तय होता है तो उसे 78 दिनों के लिए 7800 रुपये बैंक खातें में डाले जाएगें।