नई दिल्ली Married Couples Financial Benefits: शादी दो लोगों में न सिर्फ इमोशनल और सामजाकि जुड़ावा देता है बल्कि काफी तरह के लाभ भी देता है। शादी के पैसे से जुड़ें लाभ की बात करें तो इसमें इंश्योरेंस की कम लागत और ज्यादा होम लोन मिलना शामिल होता है। यदि पति और पत्नी मिलकर ज्वाइंट होम लोन इश्यू कराते है तो उनको काफी सारे लाभ होते हैं। ऐसा करके आप अपने आने वाले कल के लिए अच्छा खासा पैसा जमा कर सकते हैं।
मिल जाता है ज्यादा होम लोन
वहीं शादी के बाद आपकी इनकम भी ज्वाइंट होती है। इससे आपको ज्यादा होम लोन मिलने का चांस होता है। ऐसे में मान लें यदि आपकी इनकम 10 लाख सालाना है और आपकी पत्नी की भी 10 लाख रुपये सालाना इनकम होती है तो आपकी कुल इनकम 20 लाख रुपये हो जाएगी।
अब आपकी इनकम 20 लाख रुपये है तो आप आसानी से लोन ले सकते हैं। जो कि पहले सिंगल इनकम पर आप 10 लाख तक का लोन लेते हैं तो आपको लोन के तौर पर कम रकम मिलेगी। दोनों ही इनकम जोड़ने पर आपकी कुल इनकम बढ़ जाती है।
टैक्स की कर सकते हैं सेविंग
वहीं यदि आप शादीशुदा हैं और आप होम लोन लेने के बाद टैक्स बचा रहे हैं यदि आप ज्वाइंट होम लोन लेते हैं तो इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत विवाहित जोड़ों के लिए होम लोन पर टैक्स बेनिफिट की रकम बढ़कर 1.50 लाख की जगह 3 लाख हो जाती है। क्यों कि दोनों ही हसबेंड वाइफ इसका लाभ उठा सकते हैं ये दोनों होम लोन प्रिसिंपल और इंटरेस्ट दोनों के लिए लागू होता है।
हेल्थ इंश्योरेंस
वहीं हेल्थ इंश्योरेंस लेने से आपको इनकम टैक्स में भी लाभ मिल सकता है। सेक्शन 80डी के तहत विवाहित जोडें को हेल्थ इंश्योरेंस बीमा के तौर पर मैक्जिमम 25 हजार रुपये तक की छूट मिल सकती है।
ये छूट सिर्फ तभी मानी जाती है जब आप विवाहित जोड़ों में से एक काम कर रहा हो और परिवार के लिए कमा रहे हो। अगर पति और पत्नी टैक्सपेयर्स हैं तो ये दोगनी रकम हो जाती है। ऐसे में वह सालाना 50 हजार रुपये हेल्थ इंश्योरेंस के प्रिमियम पर सेव कर सकते हैं।